टांडा अम्बेडकरनगर नगर क्षेत्र के छज्जापुर मोहल्ले में स्थित एक प्रसिद्ध पंजाबी व्यवसायी, सरदार जी की स्टेशनरी की थोक दुकान में विगत 36 घंटों से आग लगी हुई है। यह दुकान केवल व्यापार का केंद्र नहीं थी, बल्कि वर्षों की मेहनत, विश्वास और रिश्तों का प्रतीक भी थी।
फायर ब्रिगेड की टीम बीते 36 घंटों से लगातार आग पर काबू पाने के लिए संघर्ष कर रही है। धुएं से घिरे आसमान के बीच हर कोई बस यही प्रार्थना कर रहा है कि नुकसान और न बढ़े। आसपास के लोग, व्यापारी वर्ग, और समाज के हर वर्ग का हृदय इस कठिन घड़ी में उस परिवार के साथ है।
गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, टांडा के ज्ञानी जी ने भी गुरबाणी की अरदास के साथ इस संकट की घड़ी को दूर करने के लिए वाहेगुरु से दुआ की। अरदास के स्वर और फायर ब्रिगेड की सायरन की आवाज़ें एक साथ यह गवाही दे रही हैं कि इंसानियत आज भी ज़िंदा है।
आग ने जहाँ एक परिवार की वर्षों की मेहनत को राख कर दिया, वहीं पूरे क्षेत्र को भावनात्मक रूप से झकझोर कर रख दिया है। यह केवल दुकान नहीं जली—एक सपना जला, एक संघर्ष जला, और हमारी सामूहिक चेतना को भी झकझोर गया।
इस कठिन समय में पूरा टांडा, सरदार जी और उनके परिवार के साथ खड़ा है। दुआ है कि वाहेगुरु जी इस संकट से जल्द उबारें और उन्हें फिर से खड़े होने की शक्ति दें।
“राख से भी उगते हैं फूल, यह आग आज़माइश है, अंत नहीं।