मेक इन इंडिया में मेक फॉर द वल्र्ड शामिल; अगले महीने होगा शो
भारत नहीं मानता किसी देश को दूसरे से श्रेष्ठ, हमारे राष्ट्रीय प्रयास अलगाववादी नहीं- रक्षामंत्री राजनाथ सिंह
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को राजदूतों के सम्मेलन में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि वल्र्ड ऑर्डर यानी विश्व व्यवस्था के हायरार्कियल कॉन्सेप्ट में भारत विश्वास नहीं करता है। उनका कहना है कि भारत ऐसी किसी अवधारण पर यकीन नहीं करता है, जिसमें कुछ देशों को दूसरों से श्रेष्ठ माना जाता है। रक्षा मंत्री ने कहा, भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंध मानव समानता और गरिमा के सार द्वारा निर्देशित हैं। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया की दिशा में भारत के राष्ट्रीय प्रयास न तो अलगाववादी हैं और न ही वे केवल देश के लिए हैं।
आपसी सम्मान के आधारित होता है
राजदूतों को अगले महीने बेंगलुरु में होने वाले एयरो इंडिया के बारे में बताने के लिए राजदूतों का सम्मेलन आयोजित किया गया था। आपको बता दें, एयरो इंडिया को एशिया का सबसे बड़ा एयरोस्पेस एक्जिबिशन कहा जाता है। इसमें रक्षा मंत्री ने कहा, भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंध मानव समानता और गरिमा के मूल तत्व द्वारा निर्देशित हैं। केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, जब हम किसी देश के साथ साझेदारी करते हैं तो हम उस देश के ग्राहक बनने या उसे ग्राहक बनाने में विश्वास नहीं करते हैं बल्कि यह साझेदारी संप्रभु समानता और आपसी सम्मान के आधारित होता है।
हमारे राष्ट्रीय प्रयास अलगाववादी नहीं
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत की आत्मनिर्भरता की पहल अपने सहयोगी देशों के साथ साझेदारी की नई मिसाल की शुरुआत है। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया की दिशा में हमारे राष्ट्रीय प्रयास न तो अलगाववादी हैं और न ही वे सिर्फ भारत के लिए हैं।
मेक इन इंडिया में हमारे प्रयास अकेले भारत के लिए नहीं हैं
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत की आत्मनिर्भरता की पहल अपने साथी देशों के साथ साझेदारी के नए प्रतिमान की शुरुआत कर रही है। उन्होंने कहा, मैं इस बात को रेखांकित करना चाहता हूं कि मेक इन इंडिया में मेक फॉर द वल्र्ड शामिल है। मेक इन इंडिया की दिशा में हमारे प्रयास न तो अलगाववादी हैं और न ही अकेले भारत के लिए हैं।
फरवरी में बेंगलुरु में एयरो इंडिया-2023 का आयोजन
सिंह ने कहा कि हम अगले महीने 13 से 17 फरवरी 2023 तक कर्नाटक के बेंगलुरु में एयरो इंडिया 2023 के 14वें संस्करण का आयोजन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि एयरो इंडिया-2021 में 600 से ज्यादा प्रदर्शक फिजिकली आए थे और अन्य 108 प्रदर्शकों ने वर्चुअल मोड से हिस्सा लिया था। 63 देशों से लगभग 3000 बिजनेस-टु-बिजनेस बैठकें आयोजित की गईं थीं। उम्मीद है कि यह शो इस साल नए कीर्तिमान स्थापित करेगा