देश में पहली बार दवा के जमाखोरों पर एनएसए के तहत हुई है कार्रवाई
अवधनामा ब्यूरो
लखनऊ. योगी सरकार प्रदेश भर में रेमडेसिविर इंजेक्शन समेत कोरोना उपचार में प्रयोग होने वाली सभी आवश्यक दवाओं की जमाखोरी रोकने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है। इस सम्बन्ध में पुलिस और उसकी सभी एजेंसियां अलर्ट पर हैं और दवाओं को जमाखोरी रोकने के लिए जगह-जगह छापे मारने के लिए तैयार है।
जिसके तहत कानपुर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की खेप के साथ पकड़े गए तीनों आरोपितों के खिलाफ कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की गई है। सीएम योगी ने राज्य के अफसरों और पुलिस अधिकारियों को ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है जो कोविड-19 दवाओं की कालाबाजारी और जमाखोरी के काले कारोबार में लिप्त हैं।
योगी सरकार ने कार्रवाई कर साफ कर दिया है कि वैश्विक महामारी संकट में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में राज्य की कोरोना पीड़ित जनता और उनके परिजनों के साथ किसी प्रकार की लूट और कालाबाजारी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी दवाओं और सुविधा का लाभ हर कोरोना पीड़ित व्यक्ति तक समान रूप से पहुंचे राज्य सरकार इसकी लगातार चिंता कर रही है।
इसके साथ ही सीएम योगी ने यह भी निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में कोरोना संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती करने में ढिलाई बरतने वालों पर भी नियमानुसार महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। देश में ऐसा पहली बार हो रहा है कि किसी राज्य में कालाबाजारी और जमाखोरी पर एनएसए के तहत इस प्रकार की बड़ी कार्रवाही को अंजाम दिया जा रहा है।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार बताया कि प्रदेश के सभी 75 जनपदों में प्रशासन का निगरानी तंत्र पूरी सतर्कता से दवा कंपनियों, दवा व्यापारियों पर पैनी निगाह रखे हुए है। कोविड 19 के उपचार में प्रभावी रेमडेसिविर इंजेक्शन समेत 8 अन्य महत्वपूर्ण दवाओं की यदि कहीं भी किसी जनपद में कालाबाजारी हुई तो दोषियों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासन और पुलिस के सहयोग से पूरी मुस्तैदी के साथ ऐसी कालाबाजारी व जमाखोरी को हर हाल मे रोकने का काम किया जा रहा है।
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बता दें कि कानपुर की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गुरुवार को 265 रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया था, जो इसकी कालाबाजारी करने में शामिल थे। कोरोना वायरस के उपचार में प्रभावी इन रेमडेसिविर इंजेक्शन की आजकल भारी मांग है, जिसके कारण कुछ लोग इसे ऊंचे दामों में बेच कर भारी मुनाफे के लालच में इस घिनौने अपराध को अंजाम दे रहे हैं।