- 50 मल्टीपैरा मॉनिटर और 50 टेबल टॉप पल्स ऑक्सिमीटर की खरीद को 1.27 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि जारी
- कोविड मरीजों के इलाज में युद्धस्तर पर हो रहा समयानुकूल संसाधनों की मजबूती का कार्य
अवधनामा संवाददाता
गोरखपुर। (Gorakhpur) कोरोना के खिलाफ प्रभावी लड़ाई में योगी सरकार कहीं भी धन की कमी आड़े नहीं आने दे रही है। कोविड मरीजों के समुचित इलाज के लिए सरकारी व निजी क्षेत्र के अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बेड के इंतजाम किए गए हैं तो वहीं सरकारी अस्पतालों को अत्याधुनिक उपकरणों व अन्य समयानुकूल संसाधनों से लैस करने का कार्य भी युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया गया है। कोविड से जंग जीतने को सरकार ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में नवीनतम उपकरणों की खरीद के लिए 1 करोड़ 27 लाख 42 हजार 500 रुपये की धनराशि जारी की है। इस धनराशि से 50 की संख्या में मल्टीपैरा मॉनिटर व 50 टेबल टॉप पल्स ऑक्सिमीटर खरीदे जाएंगे। गंभीर कोविड मरीजों के इलाज में इन दोनों उपकरणों से बहुत सहूलियत मिलेगी।
गोरखपुर में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए कोरोना महामारी के पहले ही चरण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बीआरडी मेडिकल कॉलेज के 500 बेड वाले बाल चिकित्सा संस्थान को 300 बेड के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के रूप में तब्दील कर दिया गया था। यहां उपलब्ध चिकित्सकीय सुविधाओं की तारीफ सभी करते रहे हैं। कोरोना के इस फेज में मरीजों को पेश आ रही नई परेशानियों को देखते हुए कतिपय नवीनतम उपकरणों की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। इस संबंध में बीआरडी मेडिकल कॉलेज प्रशासन की तरफ से प्रस्ताव मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फौरन जरूरी धनराशि की वित्तीय व प्रशासनिक मंजूरी दे दी है। इस संबंध में शासन के अनु सचिव एसपी सिंह ने 16 अप्रैल को महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा, जिलाधिकारी गोरखपुर व बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को पत्र भेजकर अवगत करा दिया है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के लिए योगी सरकार ने 1.27 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि जारी कर दी है। इसमें से 77 लाख 50 हजार रुपये से 50 मल्टीपैरा मॉनिटर (हाई एन्ड) तथा 49 लाख 92 हजार 500 रुपये से 50 टेबल टॉप पल्स ऑक्सिमीटर का क्रय किया जाएगा।
मरीज का पल्स रेट गिरते ही अलार्म बजा देगा नया उपकरण
मल्टीपैरा मॉनिटर (हाई एन्ड) कोरोना संक्रमित गम्भीर मरीजों के इलाज में काफी कारगर है। यह ऐसा उपकरण है जिसमे बीपी, ईसीजी आदि की तो लगातार मॉनिटरिंग होगी ही, मरीज का पल्स रेट गिरते ही या सांस लेने में तकलीफ होने पर अलार्म बज उठेगा। इससे नर्स व चिकित्सक को तुरंत ही सूचना मिल जाएगी और मरीज के इलाज में वांछित अन्य इंतज़ाम हो सकेंगे। कोविड मरीजों के इलाज में ऑक्सीजन स्तर की नियमित मॉनिटरिंग अपरिहार्य है। मेडिकल कॉलेज के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में 50 मल्टीपैरा मॉनिटर और 50 टेबल टॉप पल्स ऑक्सिमीटर उपलब्ध हो जाने से यहां इलाज की अतिरिक्त सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।
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