लखनऊ के अभ्युदय योग केंद्र की सातवीं वर्षगाँठ १८ जून को

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BRIJENDRA BAHADUR MAURYA—————–
लखनऊ के अभ्युदय योग केंद्र की सातवीं वर्षगाँठ १८ जून को
 
लखनऊ। राजधानी के वीआईपी रोड स्थित शिव शांति संत आसाराम आश्रम के अभ्युदय योग केंद्र की 7 वीं वर्षगांठ 18 जून को धूमधाम से मनाई जाएगी। समारोह के संयोजक केवलानी ने बताया कि समारोह का आयोजन संत शिरोमणि साई चांदू राम साहिब जी के मार्गदर्शन में किया जा रहा है,जिसमें रीता बहुगुणा जोशी महिला एवं परिवार कल्याण मंत्री उत्तर प्रदेश, धर्म सैनी आकस्मिक अनुदान एवं पुनर्वास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उत्तर प्रदेश,  स्वाति महिला एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उत्तर प्रदेश,डॉक्टर महेंद्र सिंह ग्रामीण विकास एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उत्तर प्रदेश,  समेत कई प्रशासनिक  अधिकारी, शिक्षाविद् एवं समाजसेवी आदि पधारकर समारोह की गरिमा को बढ़ाएंगे।
 
साथ ही पत्रकारों को संबोधित करते हुए सी०एम०एस के संस्थापक  डॉक्टर जगदीश गांधी ने कहा कि शिव शांति संत आशुदाराम आश्रम आज देश का प्रमुख अध्यात्मिक केंद्र बन चुका है
जहां प्रतिदिन बहुत ही सहज और सरल तरीके से योग प्राणायाम कराया जाता है इस योग केंद्र का मुख्य उद्धगोष “करो योग रहो निरोग” है, और यह वर्तमान समय की महती आवश्यकता है डॉक्टर जगदीश गांधी ने आगे कहा कि जब सारी दुनिया योग के महत्व को स्वीकार कर चुकी है और संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी 21 जून को “अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस” घोषित किया है
तो हम देशवासी क्यों पीछे रहें और जबकि योग हमारी महानतम संस्कृति विरासतों में से एक है। अभ्युदय योग केंद्र के योग संचालक कर्नल सत्यवीर सिंह ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि योग कोई नया विषय नहीं है इसके बारे में जानते सभी है परंतु जब इसी जीवन में अपनाने की जरूरत है।
संत शिरोमणि साई चांदू राम साहिब के मार्गदर्शन में अभ्युदय योग केंद्र जन-मानस तक योग के महत्व व इसकी अनिवार्यता को पहुंचाया रहा है।
साथ ही इसी कड़ी आगामी १८ जून को आयोजित समारोह मील का पत्थर साबित होगा। श्री नानक चंद ने कहा कि योग किसी एक का नहीं अपितु सभी का है, इसमें जाति-धर्म ऊंच-नीच के भेदभाव की कोई जगह नहीं है।
 समारोह के संयोजक श्री अशोक केवलानी ने बताया कि समारोह का शुभारंभ १८ जून रविवार को प्रातः ५.३० बजे योग व प्राणायाम के साथ होगा।
इसके उपरांत उत्तम स्वास्थ्य एवं आध्यात्मिक जीवन शैली पर आधारित भजन,नृत्य एवं नाटक एवं किशोर चतुर्वेदी द्वारा योग गीत आदि कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
यह समारोह जन-मानस को जीवन के महत्वपूर्ण सात रंगों में से एक योग को जीवन की अनिवार्यता के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित करती है एक आध्यात्मिक सुबह का एहसास कराएगा।
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