दिल्ली की सड़कों पर शुरू हुआ बवाल अभी तक थमा नहीं है. पिछले तीन दिनों में देश की राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में हिंसा (Delhi Violence) हुई है, जिसमें अभी तक 17 लोगों की जान चली गई है.
सोमवार और मंगलवार को उत्तर पूर्वी दिल्ली के मौजपुर-चांदबाग इलाके में हालात इतने बेकाबू हुए कि दिल्ली पुलिस को मार्च निकालना पड़ा. पुलिस ने इस बवाल के बीच जाफराबाद में जारी CAA विरोधी धरना स्थल को खाली करवा दिया है. दिल्ली में हुई हिंसा के मसले पर आधी रात को हाई कोर्ट में सुनवाई भी हुई.
दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान शहीद हुए पुलिस हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल का परिवार धरने पर बैठ गया है. परिवार की मांग है कि रतनलाल को शहीद का दर्जा दिया जाए. दिल्ली के भजनपुरा में हुई हिंसा के दौरान रतनलाल की मौत हो गई थी, वो राजस्थान के सीकर के रहने वाले थे. बुधवार को उनके परिवार ने पैतृक गांव जाने वाले रास्ते पर जाम लगा दिया.
दिल्ली हिंसा में मारे गए लोगों की संख्या बढ़ गई है. बुधवार सुबह गुरु तेग बहादुर अस्पताल के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक दिल्ली हिंसा में 17 लोगों की जान जा चुकी है. इनमें एक पुलिस कॉन्स्टेबल भी शहीद हुआ है. अस्पताल ने अपने बयान में कहा है कि चार मृत लोगों को बुधवार सुबह ही लाया गया.