इटावा। पूर्व सैनिक पुनर्वास समारोह का आयोजन जिला सैनिक कल्याण कार्यालय द्वारा मंगलवार को प्रदर्शनी पंडाल में किया गया।समारोह में मुख्य अतिथि कर्नल प्रमोद,ECHS,इटावा के प्रभारी अधिकारी थे और विशिष्ट अतिथि डॉ.धर्मेंद्र शर्मा,नारायण कॉलेज ऑफ साइंस एंड आर्ट्स के प्रधानाचार्य रहे।
यह दिन सशस्त्र बलों के लिए भी विशेष है क्योंकि इसे विजय दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। इसी दिन भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर ऐतिहासिक विजय प्राप्त की थी,जिसके बाद बांग्लादेश का निर्माण हुआ था जिसमें 93000 पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना के समक्ष आत्मसमर्पण किया था।तब से विजय दिवस प्रत्येक वर्ष 16 दिसंबर को मनाया जाता है।सैनिक सम्मेलन का समन्वय इटावा के जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी कमांडर हयात उल्लाह ने किया।
उन्होंने पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए शुरू की गई विभिन्न नई योजनाओं के बारे में बताया जैसे अग्निवीर,मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना,NALSA वीर परिवार सहायता योजना 2025 एवं प्रधान मंत्री जन औषधि परियोजना।मुख्य अतिथि कर्नल प्रमोद ने पूर्व सैनिकों के अंशदायी स्वास्थ्य योजनाओं(ई.सी.एच.एस.)के तहत पूर्व सैनिकों के लिए विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी।विशेष अतिथि डॉ.धर्मेंद्र शर्मा ने मातृभूमि की रक्षा के लिए सशस्त्र बलों के सैनिकों द्वारा किए गए बलिदानों के बारे में बताया।
समारोह में इटावा में सक्रिय सभी पूर्व सैनिक संगठनों के अध्यक्ष,सूबेदार मेजर रघुराज सिंह,सूबेदार मेजर प्रताप भदौरिया,सूबेदार के.के.त्रिपाठी,सूबेदार मुनुआ चौहान,फ्लाइट लेफ्टिनेंट रघुराज,सूबेदार जितेंद्र भदौरिया,सूबेदार कमलेश,सूबेदार हरपाल और सूबेदार शिवजीत भी उपस्थित रहे।सभी अध्यक्षों ने सभा को संबोधित किया था। 65 वर्ष से अधिक आयु के गैर-पेंशनभोगी पूर्व सैनिकों को ₹.2000 के चेक वितरित किए गए।मुख्य अतिथि द्वारा वीर नारियों और 80 वर्ष से अधिक आयु के पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया।कार्यक्रम का समापन भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारों के साथ हुआ।





