हजपुरा, अम्बेडकरनगर मंगलवार को जिले भर में हरितालिका तीज काफी धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सुहागिन महिलाओं ने इस दिन निर्जला व्रत रखकर भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा अर्चना की तथा अपने पति के दीर्घायु की कामना की।
हरितालिका तीज एक प्रमुख हिंदू त्योहार है, जो भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। यह त्योहार मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा मनाया जाता है, जो अपने पति की लंबी आयु और सुखी जीवन के लिए व्रत रखती हैं।
हरितालिका तीज की पौराणिक कथा के अनुसार, माता पार्वती ने भगवान शिव को प्राप्त करने के लिए कठिन तपस्या की थी। उन्होंने जंगल में एक पेड़ के नीचे बैठकर तपस्या की, जिसे “हरित” कहा जाता है।”तालिका”का अर्थ सखियों से होता है। कहा जाता है कि माता पार्वती के कहने पर सखियों ने इनका अपहरण कर वन में तपस्या करवाने ले आई थी।इसी कारण इस त्योहार को हरितालिका तीज कहा जाता है।
कथा के अनुसार, माता पार्वती की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उनसे विवाह किया। इसलिए, यह त्योहार महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुखी जीवन के लिए मनाती हैं।
हजपुरा निवासिनी दुर्गा मिश्रा, साधना मिश्रा, उषा मिश्रा, शेषमणि मिश्रा, ज्योति मिश्रा, अल्पना मिश्रा व मालती मिश्रा,प्रेमा देवी व दीपमालाआदि ने बताया कि भोलेनाथ अत्यंत दयालु व सब को सुख समृद्धि प्रदान करने वाले हैं, वे अपने भक्तों को कभी निराश नहीं करते, इसलिए हम सभी महिलाओं को भगवान शिव व माता पार्वती पर पूर्ण विश्वास है।
इसके बाद महिलाओं ने समूह में बैठकर शिव चर्चा की जिसमें उपस्थित लोगों को भगवान भोलेनाथ के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए उनमें आस्था व पूजा अर्चना के लिए प्रेरित किया।





