यूं ही नहीं ‘Friday 13th’ को अनलकी मानते हैं लोग, इसके पीछे छि‍पा है दर्द भरा काला इत‍िहास

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हर महीने की कोई न कोई तारीख खास होती है। हालांक‍ि जब बात 13 तारीख की आती है तो इस द‍िन के बारे में सोचकर ही लोगों की रूह कांप जाती है। ऊपर से शुक्रवार का द‍िन हो तो लोग सतर्क हो जाते हैं। ये द‍िन और इस तारीख को लोग अनलकी मानते हैं। आपने देखा होगा क‍ि बड़े-बड़े इमारतों में भी 13 नंबर का न तो कोई फ्लोर होता है, न ही ल‍िफ्ट में ये नंबर ल‍िखा हाेता है।

यहां तक क‍ि होटलों में भी 13 नंबर का काेई कमरा नहीं होता है। कुछ इसे सिर्फ अंधविश्वास कहते हैं, तो कुछ मानते हैं कि इस दिन वाकई कुछ अनहोनी हो सकती है। लेकि‍न क्‍या आपको मालूम है क‍ि शुक्रवार का 13वां दिन इतना बदनाम क्यों है? क्या कभी इस दिन कुछ बड़ा और बुरा हुआ है? अगर आप नहीं जानते तो हम आपको इसके पीछे का सच बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं व‍िस्‍तार से-

द‍िल दहला देने वाली हुईं घटनाएं

दरअसल, इतिहास में कई बार ऐसा हुआ है जब शुक्रवार 13 को दिल दहला देने वाली घटनाएं हुईं हैं। इसमें हजारों लोगाें की मौतें हुईं हैं। युद्ध शुरू हुए, Natural Disaster हुए। वहीं दुन‍िया के कई न‍ियम भी बदल गए। यही कारण है क‍ि लोगों में इस द‍िन को लेकर डर का माहाैल देखने को म‍िलता है।

सबसे पुराना रिकॉर्ड साल 1307 का रहा है। इस साल फ्रांस के राजा फिलिप IV ने 13 अक्टूबर को “नाइट्स टेम्पलर” नाम की ताकतवर धार्मिक सेना को एक साथ पूरे देश में गिरफ्तार करवा दिया था। इस दौरान कई लोगों को मौत के घाट उतार द‍िया गया। वहीं कुछ लोगों को जिंदा जलवा द‍िया गया और उनकी प्रॉपर्टी जब्त कर ली गई। बस तभी से शुक्रवार 13 को अशुभ माना जाने लगा।

दूसरा क‍िस्‍सा 13 सितंबर 1940 काे हुआ था। इस द‍िन जर्मन विमानों ने लंदन के बकिंघम पैलेस पर बम गिरा द‍िए थे, इस दौरान मौके पर ब्रिटिश रॉयल फैम‍िली मौजूद थी। हालांक‍ि कोई हताहत नहीं हुआ था। लेक‍िन ये हमला बेहद डरावना था।

तीसरा क‍िस्‍सा 13 अक्टूबर 1972 का सुनने को म‍िलता है। इस द‍िन दो बड़े प्‍लेन क्रैश हुए। पहला उरुग्वे का विमान एंडीज पर्वत में जाकर गिरा। इस हादसे में ज‍िनकी ज‍िंदगी बच गई थी, उन्‍होंने मरे हुए यात्रियों के शव को खा खाकर अपना जीवन गुजारा क‍िया। वहीं रूस में एरोफ्लोट फ्लाइट 217 दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में 174 लोगों की मौत हाे गई थी।

13 नवंबर 1970 को बांग्लादेश में भयंकर भोलानदी तूफान आया। ये अब तक का सबसे खतरनाक Natural Disaster था। इसमें पांच लाख लोगों की जानें गईं थीं।

वहीं 13 जनवरी 1939 को ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया स्‍टेट में ‘ब्लैक फ्राइडे’ नाम की आग लगी, जिसमें 71 लोगों की मौत हो गई थी।

2012 में 13 जनवरी को क्रूज जहाज कोस्टा कॉनकोर्डिया इटली के पास चट्टानों से टकरा गया, जिसमें कई लोगों की मौत हुईं थीं। ऐसे में कप्‍तानों ने यात्र‍ियों की च‍िंता छोड़ खुद की जान बचाई थी।

ऐसे कई दर्द भरे और खौफनाक इति‍हास रहे हैं ज‍िसने इस द‍िन को मनहूस बना द‍िया। इसमें अमेरिका का स्टॉक मार्केट क्रैश (1989), ट्यूपैक की हत्या (1996), कैनसस में बाढ़ (1951) और 13 साल के लड़के पर 1:13 बजे बिजली गिरना (2010) शाम‍िल है। ऐसे में इस बात से पीदे नहीं हटा जा सकता क‍ि इतिहास में शुक्रवार का 13वां दिन सिर्फ अंधविश्वास नहीं, बल्कि कई बार सच में डरावना साबित हुआ है।

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