2019 में अनुच्छेद 370 खत्म करने के बाद घाटी में ये हमला काफी ज्यादा घातक माना जा रहा है और पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले ने पाकिस्तान के खिलाफ भारत सरकार की ओर से उच्च-स्तरीय कूटनीतिक और सुरक्षा प्रतिक्रियाएं शुरू कर दी गई है। यह हमला प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा (LET) आतंकी संगठन से जुड़े एक कट्टर समूह द्वारा किया गया था।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत में काफी ज्यादा गुस्सा और आक्रोश है। इस हमले ने जम्मू-कश्मीर में लंबे समय से एक्टिव आतंकी मॉड्यूल को सामने ला दिया है।
लश्कर से जुड़े समूह ने किया पहलगाम में हमला
2019 में अनुच्छेद 370 खत्म करने के बाद घाटी में ये हमला काफी ज्यादा घातक माना जा रहा है और इस आतंकी हमले ने पाकिस्तान के खिलाफ भारत सरकार की ओर से उच्च-स्तरीय कूटनीतिक और सुरक्षा प्रतिक्रियाएं शुरू कर दी गई है।
यह हमला प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा (LET) आतंकी संगठन से जुड़े एक कट्टर समूह द्वारा किया गया था, जिसमें ज्यादातर विदेशी आतंकवादी शामिल हैं, जिन्हें स्थानीय आतंकवादियों और घाटी के ओवरग्राउंड वर्करों का समर्थन प्राप्त है और जो 26/11 हमलों को मास्टरमाइंड और लश्कर प्रमुख हाफिज सईद के कंट्रोल में हैं।