Thursday, March 6, 2025
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लखनऊ दरिया वाली मस्जिद ,पर सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने वाले खुराफ़ाती चैनल की साजिश पर सख्त कार्रवाई एफआईआर की उठी मांग

लखनऊ, 4 मार्च 2025: उत्तर प्रदेश की गंगा-जमुनी तहज़ीब और धार्मिक सौहार्द्र को बिगाड़ने की एक गंभीर साजिश सामने आई है। ऐतिहासिक दरिया वाली मस्जिद को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नीतियों के खिलाफ कुछ तथाकथित संगठन और इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद  अमेरिका  की सीआईए द्वारा किए जा रहे टाइम्स नाउ  और नवभारत टाइम्स  की खुराफात और भ्रामक प्रचार के खिलाफ सेव वक्फ इंडिया  के प्रवक्ता मौलाना इफ्तिखार  हुसैन इंकलाबी ने मुख्यमंत्री पुलिस महानिदेशक ,पुलिस कमिश्नर लखनऊ को पत्र भेजकर  तत्काल और कठोर कार्रवाई की मांग की है।
क्या है मामला?
3 मार्च 2025 को हिंदू महासभा के तथा कथित अध्यक्ष की  टाइम्स नाउ  नवभारत चैनल के पत्रकार के साथ  मस्जिद परिसर में पहुंचे और बिना किसी कानूनी आधार के इसे अवैध घोषित करने का भ्रामक प्रचार किया। इस दौरान मीडिया में भड़काऊ बयानबाजी कर माहौल को सांप्रदायिक तनाव की ओर मोड़ने का प्रयास किया गया।
सेव वक्फ इंडिया के प्रवक्ता मौलाना इफ्तिखार हुसैन इंक़लाबी ने इसे पश्चिमी ताकत की सुनियोजित साजिश बताते हुए कहा कि यह कदम धार्मिक उन्माद भड़काने की सोची-समझी चाल का हिस्सा है।
भड़काऊ मीडिया रिपोर्टिंग पर उठे सवाल
इस पूरे मामले में टाइम्स नाउ और नवभारत टाइम्स जैसे प्रमुख मीडिया संस्थानों की भूमिका भी संदेह के घेरे में आ गई है। आरोप है कि इन चैनलों ने बिना किसी ठोस प्रमाण के भ्रामक और भड़काऊ समाचार प्रसारित कर जनता को गुमराह करने की कोशिश की। मौलाना इंक़लाबी ने इसे पत्रकारिता के नैतिक मूल्यों और संविधान के खिलाफ बताया और सरकार से इनकी रिपोर्टिंग की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की।
मुख्यमंत्री से पांच प्रमुख मांगें
सेव वक्फ इंडिया ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर निम्नलिखित मांगें की हैं:
1. पूरे मामले की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच करवाई जाए और इस साजिश में शामिल संगठनों व व्यक्तियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई हो।
2. दरिया वाली मस्जिद को अवैध बताने की साजिश करने वालों पर राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों का मामला दर्ज किया जाए।
3. प्रदेश में सांप्रदायिक सौहार्द्र बनाए रखने के लिए विशेष प्रशासनिक सतर्कता बरती जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को समय रहते रोका जा सके।
4. टाइम्स नाउ और नवभारत टाइम्स की रिपोर्टिंग की निष्पक्ष जांच कर दोषी पाए जाने पर कठोर कार्रवाई हो।
5. सोशल मीडिया और समाचार चैनलों को निर्देश दिया जाए कि वे बिना प्रमाण किसी भी धार्मिक स्थल के संबंध में भ्रामक जानकारी न फैलाएं।
‘मामले को हल्के में लेना घातक साबित होगा’
मौलाना इंक़लाबी ने चेतावनी दी कि अगर इस मामले पर त्वरित और सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो यह प्रदेश की शांति एवं सामाजिक सद्भाव के लिए गंभीर चुनौती बन सकता है। उन्होंने कहा कि सेव वक्फ इंडिया इस पूरे मामले पर पैनी नजर बनाए हुए है,प्रशासन से गुजारिश है कि पूरे मामले में कोई लापरवाही न बरते।
सरकार की जिम्मेदारी बड़ी
उत्तर प्रदेश में हाल के वर्षों में सांप्रदायिक सौहार्द्र बनाए रखने में सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। ऐसे में दरिया वाली मस्जिद को लेकर हो रही साजिश पर तुरंत कार्रवाई करना प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए।
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