भरुआ सुमेरपुर। गत 25 जनवरी को सुबह रिमझिम इस्पात में घायल हुए चार में से एक मजदूर की हालत बेहद गंभीर है। मजदूर के पुत्र ने फैक्ट्री प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाया है। फैक्ट्री प्रबंधन ने आरोपों को निराधार बताया है।
गत 25 जनवरी को कस्बे की उद्योग नगरी में संचालित रिमझिम इस्पात लिमिटेड में भट्टी में विस्फोट हो गया था। इस घटना में पंधरी निवासी रामफल, बृजभान निवासी झूंसी प्रयागराज, विश्वनाथ महतो निवासी गोपालगंज बिहार, हीरा यादव निवासी भमुआ बिहार घायल हुए थे। इनमें रामफल की हालत बेहद गंभीर है। घायल मजदूर के पुत्र वीरेंद्र कुमार ने बताया कि हमीरपुर से लाकर प्रबंधन ने कानपुर के उर्सला में भर्ती करा दिया था। यहां पर दो दिन कोई उपचार ढंग से नहीं हुआ। हालत बिगड़ने पर सोमवार को उर्सला से निकालकर चांदनी हॉस्पिटल में भर्ती कराया है। फैक्ट्री प्रबंधन किसी तरह की मदद नहीं कर रहा है। यहां तक कि फोन भी रिसीव नहीं कर रहे हैं।
फैक्ट्री के मैनेजर मनोज कुमार गुप्ता ने परिजनों के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि मजदूर के उपचार में किसी तरह की कोताही नहीं हो रही है। फैक्ट्री प्रबंधन मौजूद रहकर उपचार करा रहा है। हालत बिगड़ने पर सोमवार को उर्सला से निकालकर निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है।
थाना अध्यक्ष अनूप सिंह ने बताया कि मजदूर गंभीर रूप से झुलसा हुआ है। मजदूर के परिजनों ने अभी तक कोई तहरीर नहीं दी है। तहरीर मिलने के बाद फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके विधिक कार्रवाई की जाएगी।
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