महाकुंभ में देशभर की कला का संगम, बनारसी साड़ियों से लेकर दक्षिण भारतीय मूर्ति कला तक का होगा प्रदर्शन

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Mahakumbh 2025 Update महाकुंभ में पहली बार देशभर के टॉप 100 हस्तशिल्पी अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। बनारसी साड़ियों से लेकर प्रमुख दक्षिण भारतीय कलाकृतियों तक इस प्रदर्शनी में सब कुछ देखने को मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के तहत इस बार महाकुंभ को अद्भुत और अलौकिक बनाने की तैयारी चल रही है।

महाकुंभ में पहली बार देशभर के टॉप 100 हस्तशिल्पी कला का प्रदर्शन करंगे। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन में डबल इंजन की सरकार देश की सबसे कीमती कलाकृतियों को प्रस्तुत करेगी। प्रदर्शनी का आनलाइन लाइव टेलीकास्ट किए जाने की तैयारी है। 

संगम तीरे इस प्रदर्शनी में बनारसी साड़ी से लेकर प्रमुख दक्षिण भारतीय कलाकृतियों को शोकेस किया जाएगा। इसमें प्रयागराज के मूंज से बने उत्पाद विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र होंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के तहत इस बार महाकुंभ को अद्भुत और अलौकिक बनाने की तैयारी चल रही है। 

प्रदर्शनी में वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट प्रमुख आकर्षण का केंद्र होगा। यहां विभिन्न राज्यों की कला का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। देश-दुनिया के लोग विभिन्न राज्यों विशेषकर पूरब से लेकर पश्चिम तक और उत्तर से लेकर दक्षिण तक की शिल्प कला से परिचित हो सकें, इसके लिए आयोजन को व्यापक रूप दिया जा रहा है।

प्रदर्शनी में देशभर के शिल्पकारों की कलाकृतियों की खरीद और बिक्री की जाएगी। इसके लिए बाकायदा अपनी वेबसाइट डेवलप की गई है। यह इंडिया हैंडमेड वेबसाइट दुनिया की बड़ी बड़ी ई-कामर्स कंपनियों को टक्कर दे रही है। 

योगी सरकार द्वारा देश-विदेश से आने वाले विशिष्ट अतिथियों को महाकुंभ आधारित सोविनियर गिफ्ट किए जाएंगे। इसमें भी प्रदेश के हस्तशिल्प और ओडीओपी को प्राथमिकता दी जाएगी। हस्तशिल्प की कई कलाकृतियों को भी इसके लिए सेलेक्ट किया गया है।

बनारस का साफ्ट स्टोन और श्मीर की पशमीना शाल बटोरेगी सुर्खियां

हस्तशिल्प प्रदर्शनी में बनारस के साफ्ट स्टोन से लेकर जम्मू कश्मीर की पशमीना शाल तक उपलब्ध रहेगी। इसके अलावा, प्रयागराज के मूंज क्राफ्ट, बांदा के सजर पत्थर, महोबा के गौरा पत्थर, झांसी के साफ्ट खिलौने, मध्य प्रदेश की चंदेरी साड़ियां और काशी की बनारसी साड़ियां भी लोगों को आकर्षित करेंगी।

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ओडीओपी के तहत हाथी के अंदर हाथी और ऐसे ही एक-एक करके उसकी आठ लेयर बनाकर कलाकृति की प्रदर्शनी की जाएगी। चित्रकूट और काशी के प्रसिद्ध लकड़ी के खिलौने विशेष तौर पर लुभाएंगे।

महिलाओं को पसंद आएंगी फिरोजाबादी चूड़ियां, हिमाचल की चंबा रुमाल

प्रदर्शनी में महिलाओं की पसंद का भी विशेष ख्याल रखा गया है। इसके तहत फिरोजाबाद की चूड़ियां और कांच के बर्तन से लेकर हिमाचल प्रदेश की विशेष कढ़ाई वाली चंबा रुमाल भी रहेगी।

गोरखपुर के टेराकोटा, निजामाबाद आजमगढ़ की काली मिट्टी के बर्तन, भदोही की कालीन, सहारनपुर में सींग के सजावटी आइटम, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से ऊनी वस्त्र, पंजाब के फुलकारी और राजस्थानी जूते के अलावा बरेली में बांस की कलाकृतियां और मुरादाबाद के पीतल के सामान विशेष आकर्षण रहेंगे।

 

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