जिला मुख्यालय पर स्थित महिला एवं बाल चिकित्सालय में संचालित आंचल मदर मिल्क बैंक ने एक बार फिर अपनी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए देश में पहचान बनाई है। इस मदर मिल्क बैंक ने देश के शीर्ष तीन मदर मिल्क बैंक में स्थान प्राप्त किया है।
चौथे दक्षिण एशिया लैंबकॉन (लैक्टेशन मैनेजमेंट, मिल्क बैंकिंग एवं ब्रेस्टफीडिंग कॉन्फ्रेंस) के दौरान 29 सितंबर को हैदराबाद के मेरीगोल्ड होटल में समारोह हुआ। इसमें चित्तौड़गढ़ के मदर मिल्क बैंक को “धात्री मदर्स मिल्क बैंक अवार्ड, 2024” से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर चित्तौड़गढ़ के सामान्य चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी पीएमओ व आंचल मदर मिल्क बैंक के प्रभारी डॉ. जयसिंह मीणा को 10 हजार रुपए नकद, स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया। डॉ. जयसिंह ने इस अवार्ड को आंचल मदर मिल्क बैंक के समस्त स्टाफ और चिकित्सालय परिवार को समर्पित कर सभी दानदाता का आभार व्यक्त किया। अवार्ड लेकर चित्तौड़गढ़ पहुंचने पर श्री सांवलियाजी राजकीय सामान्य चिकित्सालय में चिकित्सालय परिवार ने उनका भव्य स्वागत किया। पीएमओ को पगड़ी पहना कर और मालाओं से सम्मानित किया गया। आयोजकों के अनुसार, आंचल मदर मिल्क बैंक को नवजात शिशुओं को स्तनपान प्रोत्साहित करने और मातृ दुग्ध दान के माध्यम से हजारों शिशुओं का जीवन बचाने के प्रयासों के लिए यह सम्मान प्रदान किया गया। डॉ. जयसिंह और उनकी टीम के अथक प्रयासों ने नवजात और अति-गंभीर कुपोषित शिशुओं की जिंदगियों को बचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी निष्ठा और समर्पण की सराहना करते हुए, लैक्टेशन मैनेजमेंट ने अन्य मदर मिल्क बैंक को चित्तौड़गढ़ के आंचल मदर मिल्क बैंक के उदाहरण पर चलने के लिए प्रेरित किया। यह पहली बार नहीं है जब चित्तौड़गढ़ के आंचल मदर मिल्क बैंक को सम्मानित किया गया है। इससे पहले भी इसे विभिन्न राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। आंचल मदर मिल्क बैंक टीम में पूजा दायमा, सविता चौधरी, हेमलता राजावत, शकुंतला बैरवा, रतन, श्रुति मंजुल शर्मा, जया जैन, सुगना खोडूवाल और वंदना का अहम योगदान रहा है। इस अवार्ड के साथ ही चित्तौड़गढ़ का आंचल मदर मिल्क बैंक न केवल चिकित्सा क्षेत्र में अपनी पहचान बना रहा है, बल्कि अन्य मिल्क बैंक को भी प्रेरणा दे रहा है।