बाबा बूढ़ा अमरनाथ यात्रा के लिए मंगलवार को तीर्थयात्रियों का पहला जत्था रवाना हुआ। जम्मू के संभागीय आयुक्त रमेश कुमार और एडीजीपी जम्मू आनंद जैन ने जम्मू में यात्रा निवास से यात्रा को हरी झंडी दिखाई।
कर्नाटक, गुजरात और मध्य प्रदेश के लगभग 700 लोग बाबा बूढ़ा अमरनाथ की तीर्थयात्रा के लिए आए हैं। सात अगस्त से शुरू हो रही बाबा बूढ़ा अमरनाथ यात्रा 20 अगस्त को समाप्त होगी। बूढ़ा अमरनाथ मंदिर जम्मू के पुंछ जिले में स्थित है। पुंछ और राजौरी इलाकों में हाल ही में हुई आतंकी गतिविधियों के कारण सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। तीर्थयात्रियों ने कहा कि उन्हें किसी तरह का डर नहीं है। उन्हें सेना पर पूरा भरोसा है। सुरक्षा बलों ने सुरक्षा के लिए अच्छे इंतजाम किए हैं।
जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर रमेश कुमार ने कहा कि बूढ़ा अमरनाथ यात्रा हर साल जम्मू से शुरू होती है। तीर्थयात्रियों के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस और भारतीय सेना सभी इंतजामों की देखभाल के लिए मौजूद है। लगभग 700 तीर्थयात्री यात्रा पर जा रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के एडीजीपी आनंद जैन ने आश्वासन दिया कि तीर्थयात्रियों के लिए सभी सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों के लिए खाने-पीने और ठहरने की व्यवस्था की गई है।