मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India) ने आज बताया कि वह सौर ऊर्जा और बायोगैस से जुड़ी नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में निवेश करेगा। कंपनी ने तीन साल की अवधि में 450 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। FY24 में कंपनी ने वर्टिकल में 120.8 करोड़ रुपये का निवेश किया था। कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 में अपनी मानेसर सुविधा में एक पायलट बायोगैस प्लांट शुरू किया है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि कंपनी वित्त वर्ष 2025 से शुरू होने वाले तीन वर्षों में इस निवेश को लगभग चार गुना बढ़ाकर 450 करोड़ रुपये तक पहुंचाएगी।
मारुति सुजुकी के प्रबंध निदेशक और सीईओ हिसाशी टेकुची ने कहा
जैसा कि हम 2030-31 तक अपनी उत्पादन क्षमता लगभग 2 मिलियन से बढ़ाकर 4 मिलियन कर रहे हैं। ऐसे में हम अपने परिचालन में टिकाऊ और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों की हिस्सेदारी बढ़ाने के प्रयासों में भी तेजी ला रहे हैं। जिस तरह कंपनी उत्पादों में कई प्रौद्योगिकियां ला रही है, उसी तरह वह परिचालन को हरित बनाने के लिए कई नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों पर भी ध्यान केंद्रित करेगी।
कंपनी ने कहा कि उसने घरेलू खाद्य अपशिष्ट की अप्रयुक्त क्षमता का उपयोग करते हुए वित्त वर्ष 2025 में अपनी मानेसर सुविधा में एक पायलट बायोगैस प्लांट शुरू किया है। इस प्लांट को प्रतिदिन 0.2 टन बायोगैस का उत्पादन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। FY25 में अनुमानित उत्पादन लगभग 1 लाख मानक घन मीटर बायोगैस है। इस बायोगैस प्लांट से प्रति वर्ष लगभग 190 टन CO2 की भरपाई होगी।
कंपनी सौर कैपेसिटी को बढ़ाएगी
कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 में अपनी सौर क्षमता को 43.2 मेगावाट तक विस्तारित किया। कंपनी ने कहा कि अगले दो वर्षों में अपने मानेसर प्लांट में 15 मेगावाट और आगामी खरखौदा प्लांट में 20 मेगावाट सौर क्षमता जोड़ने की राह पर है। इससे FY26 तक कुल सौर क्षमता बढ़कर 78.2 मेगावाट हो जाएगी।
आज मारुति सुजुकि के शेयर तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं। खबर लिखते वक्त कंपनी के शेयर 12,518.95 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे थे।