Friday, May 10, 2024
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छत्रपति शिवाजी महाराज महान थे न कि औरंगज़ेब : सीएम योगी

BRIJENDRA BAHADUR MAURYA……..

हिन्दवी स्वराज्य दिवस समारोह आयोजित हुआ 
छत्रपति शिवाजी महाराज महान थे न कि औरंगज़ेब : सीएम योगी 
शिवाजी महाराज कुशल प्रशासक, सेनानी, रणनीतिकार, महिला रक्षक और पर्यावरण प्रेमी थे : राम नाईक 
लखनऊ । राजधानी के लखनऊ विश्वविद्यालय में बुधवार को कर्मचारी सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा परिषद द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज के साम्राज्योत्सव के अवसर पर हिन्दवी स्वराज्य दिवस समारोह आयोजित किया गया । कार्यक्रम में राज्यपाल राम नाईक तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विशेष रूप से हिस्सा लिया । विश्वविद्यालय प्रांगण में स्थित शिवाजी की विशालकाय प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद दीप प्रज्जवलन से आरम्भ हुए कार्यक्रम में भारी संख्या में मराठी समाज उपस्थित रहा । जय शिवाजी और जय भवानी के उद्घोष से बार बार पण्डाल गुंजायमान होता रहा । सीएम योगी के साथ उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल, उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद भगत सिंह कोश्यारी, बौद्ध धम्मगुरू कुल्सुक तथा कुलपति एस पी सिंह समारोह में भाग लेने पहुंचे जिनका स्वागत मराठी परम्परानुसार शंख बजा कर किया गया और कार्यक्रम का आरम्भ वन्दे मातरम् से किया गया । विश्वविद्यालय के कर्मियों, कर्मचारी नेताओं, छात्र छात्राओं और मराठी समाज ने अतिथियों को पुष्पगुच्छ दे कर उनका स्वागत किया । 
अतिथियों का स्वागत करते हुए कुलपति एस पी सिंह ने कहा कि बड़े हर्ष का विषय है कि लखनऊ विश्वविद्यालय के ही डॉ० दिनेश शर्मा आज प्रदेश की सरकार में उप मुख्यमंत्री है । इस अवसर पर गणमान्य अतिथियों ने पधार कर विश्वविद्यालय को गौरवांवित कर दिया है जिसकी प्रेरणा सदैव छात्र छात्राओं को उत्साहित करती रहेगी । उन्होनें कहा कि शिवाजी महाराज का जीवन हमें वीरता, मनन और चिन्तन की प्रेरणा देता है ।

उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि यूपी और उत्तराखण्ड में सगेपन का रिश्ता है और जैसे गंगा का उद्गम उत्तराखण्ड से होता है वैसे ही यूपी के मुख्यमंत्री योगी का उद्गम भी उत्तराखण्ड से होता है । आजादी के बाद सरकारें तो बहुत सी बनी पर आज की सरकार में संस्कार नज़र आता है । उन्होनें कहा कि मोदी और योगी मिल कर शिवाजी महाराज के सपनों को साकार करेंगे और इनकों देख कर शिवाजी महाराज आशीष दे रहे होंगे । जैसे गुरू समर्थ रामदास ने शिवाजी को मार्ग दर्शन दिया वैसे ही राम नाईक योगी आदित्यनाथ का मार्ग प्रशस्त करेंगे ।

उप मुख्यमंत्री डॉ० दिनेश शर्मा ने कहा कि हमारे इतिहास को बाहर से आये हुए लोगों ने लिखा जिससे हमारे इतिहास की गलत व्याख्या हो गयी पर जब हम भारत के वीरों की गाथाएं पढ़ते है तब हमारी समझ में आता है कि हमारा गौरव क्या है । महाराणा प्रताप और शिवाजी महाराज ने मुगलों से युद्ध किया पर सबका साथ सबका विकास के आधार पर राज्य किया ।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अत्यंत प्रसन्नता है कि हिन्दवी स्वराज्य दिवस मनाया जा रहा है और, आते समय कुछ लोगों ने विरोध किया कि समारोह का नाम हिन्दवी स्वराज्य दिवस क्यों रखा गया । मुझें विवेकानन्द जी की वह पंक्तियां याद आ रही है जिसमें उन्होनें कहा था कि जो लोग अपने इतिहास को याद नहीं रख सकते है वो लोग अपने भुगोल की रक्षा नहीं कर सकते है । बहुत से ऐसे लोग है जो विदेशी पैसे खा कर विदेशी आक्रांताओं को महिमामण्डित कर देश को छिन्न भिन्न करने का प्रयास करते है । महापुरूषों के त्याग बलिदान से ही देश की परम्परा आगे बढ़ती है पर बहुत से लोगों ने देश के इतिहास को बदलने का प्रयास किया । भारत की गौरवमयी परम्परा पर बोलतें हुए कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज महान थे न कि औरंगज़ेब । जो देश के इतिहास के साथ छेडखानी करेगा उसकों माफ नहीं किया जायेगा । हम लोग विश्वविद्यालयों के लिये समझौता करने जा रहे है जिसके अंतर्गत लखनऊ विश्वविद्यालय मराठी भाषा पढ़ाने का आरम्भ करे । काले झंडे दिखाये जाने पर बोलतें हुए सीएम योगी ने कहा कि वॉमपंथ ने सदैव देश के इतिहास को बदलने का प्रयास किया है । देश की पहचान एक हिन्दु समाज की पहचान है और हर भारतीय को इसके लिये संकोच नहीं करना चाहिए । भारतीय संस्कृति की रक्षा करना हमारा धर्म है । सत्यम शिवम सुंदरम की भावना से हिन्दु रहता है और सत्य से सनातन धर्म का पालन करता है और इसके लिये हम स्वयं को गौरवांवित महसूस करते है । इण्डोनेशिया की बात करते हुए कहा कि वहॉ के राष्ट्रपति सुकर्णों सहित पूरे परिवार व मुद्रा, गरूण के नाम से विमान सेवा तथा राष्ट्रीय पर्व रामलीला होता है । जब एक मुस्लिम राष्ट्र इतना हिन्दुवादी हो सकता है तब ये काले झंडे दिखाने वाले क्या समझतें है । ये वहीं लोग है जो अंग्रेजों के पिठ्ठू थे और इन्ही लोगों ने चीन का भी साथ दिया था । लखनऊ विश्वविद्यालय को ऐसी ताकतों से लड़ना होगा । जैसे शिवाजी ने मुगलकाल में हिन्दवी स्वराज्य की स्थापना की । छत्रपति शिवाजी महाराज ने जिस साम्राज्य की स्थापना की थी उसे हमें आगे बढ़ाने का काम करना है तभी गुरू गोविंद और भारत के वीरों की परम्परा आगे बढ़ेगी । छत्रपति शिवाजी महाराज आज रोल मॉडल के रूप में दिखाई दे रहे है ।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि शिवाजी महाराज शौर्य और वीरता के प्रतीक है और शिवाजी महाराज सबको साथ लेकर चलने में अटूट विश्वास रखते थे । पिछले वर्ष जब यह समारोह मनाया गया तब छोटा पण्डाल सजाया गया था और तब मैनें शिवाजी महाराज की सुंदर मूर्ती देख कर कहा था कि समारोह बड़े मैदान में होना चाहिए और आज ऐसा हो गया है। शिवाजी महाराज के बारे में बतातें हुए नाईक ने कहा कि शिवाजी का काशी के पण्डित ने राज्याभिषेक किया था, इससें महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश का रिश्ता बन गया । प्रभु राम जब वनवास पर निकले तो महाराष्ट्र के नासिक की पंचवटी में रहे थे । सारा देश एक है और सारे देश में शिवाजी महाराज को माना जाता है । शिवाजी कुशल प्रशासक, सेनानी और सफल रणनीतिकार थे । दुनिया के शूरवीरों में शिवाजी महाराज पहला स्थान रखतें है । वे कर्तव्य कठोर थे और शत्रुओं से मिलने पर अपने पुत्र को भी बन्दी बना लिया था । सुशासन और महिलाओं के सम्मान की बात करने वालों को शिवाजी महाराज से सीखना चाहिए । कल्याण में विजय के बाद जब सुंदर महिला उन्हे पुरस्कार रूप में दी गयी तो उन्होनें कहा कि यदि मेरी मॉ भी इतनी सुंदर होती तो मैं भी सुंदर होता और इतना कह कर उन्होनें उस महिला को सम्मान से उसके घर भिजवाया । शिवाजी को कुशल रणनीतिकार बतातें हुए गवर्नर ने कहा कि मुगलों की कैद से मिठाई के बहाने से निकल गये और शिवाजी की मदद मुसलमानों ने भी की थी । मदारी नाम के एक मुस्लिम को शिवाजी ने इनाम देना चाहा तो उसने कहा कि मुझें तो बस आप अपना सिंहासन साफ करने की अनुमति प्रदान करने की कृपा करे और इसी प्रकार हनुमान जी ने भी पुरस्कार में दी गयी माला को तोड़ तोड़ कर देखा था । नाईक ने कहा कि शिवाजी महाराज ने किले और नेवी का निर्माण किया जिसमें मुसलमानों ने उनका साथ दिया इसलिये हमें इतिहास की सही जानकारियां होनी चाहिए । शिवाजी महाराज ने जल व्यवस्था और पर्यावरण को लेकर भी बहुत काम किया तथा वृक्षारोपण करवाया । शिवाजी महाराज ने तो बिना फल देने वाले पेडों के लिये भी किसानों को राहत देने का काम किया था । शिवाजी ने गोवा में नमक बनने पर टैक्स लगा कर महाराष्ट्र के व्यापारियों का साथ दिया था। हमें आज शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है ।
कार्यक्रम के अन्त में राज्यपाल ने सभा से जय भवानी जय शिवाजी के नारे लगवायें ।

गौरतलब है कि कार्यक्रम में पहुंचने से पहले लखनऊ विश्वविद्यालय के गेट पर समाजवादी छात्र सभा द्वारा मुख्य अतिथियों को काले झंडे दिखाये गये ।

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