Thursday, May 2, 2024
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हमने आस्था को किसी पर नहीं थोपा: योगी

मथुरा। सीएम योगी सोमवार को मथुरा पहुंचे। यहां एक जीएलए यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में उन्होंने कहा, जब तक राम, कृष्ण और शिव में आस्था बनी रहेगी। तब तक भारत का कोई बाल भी बांका नहीं कर पाएगा। उन्होंने कहा कि आप मंदिर जाएं या न जाएं। पूजा करें या न करें। ये आपके विषय हैं। आप लेटकर, बैठकर कैसे भी पूजा करते हैं। ये आपका विषय है। लेकिन, आस्था को किसी पर थोपने का काम नहीं किया, हमने सबको जोडऩे का काम किया है।
हमने सबको जोडऩे का काम किया- योगी
योगी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, ज्ञान के लिए सभी दिशाओं को खुला रखो। जैसे एक विदेशी आक्रांता ने नालंदा के सबसे बड़े पुस्तकालय में आग लगाई थी। लोगों ने समझाया कि भारत की धरोहर को नष्ट करने का काम कर रहे हैं। उसने कहा कि कैसा ज्ञान… क्या इसमें जो ज्ञान है, वो कुरान से ज्यादा है। अगर है तो उसकी हमें जरूरत नहीं है। इस विकृत मानसिकता को दुनिया ने स्वीकार नहीं किया। जब भी कोई अपनी बात को जबरन दुनिया पर थोपता है, तो उसे मान्यता नहीं मिलती है।
जब साधना नहीं थी, तब भी नालंदा जैसे विश्वविद्यालय दुनिया को रास्ता दिखाते थे। युवा वहां पर ज्ञान प्राप्त करते थे। ऐसे ही उदाहरण पेश करने होंगे। ये सरकार के भरोसे नहीं होगा। ये आपके और सरकार के सामूहिक प्रयास से होगा।
समाजवादी चिंतक राम मनोहर लोहिया का जिक्र करते हुए योगी ने कहा, हो सकता है कि उनका मंदिरों में जाना न रहा हो। लेकिन उनसे एक बार पूछा गया कि भारत की एकता के आधार बिंदु क्या हैं? उन्होंने इस पर विस्तार से लिखा भी। बताया कि देश बने हैं और बिगड़े भी हैं। परंपराएं आई हैं और समाप्त भी हुई हैं। लेकिन, अगर भारत, भारत बना हुआ है, इसके पीछे तीन महापुरुषों का सबसे अधिक योगदान है। इस तीन पर जब तक आस्था बनी रहेगी तक तक भारत बना रहेगा। ये तीन हैं- एक राम, एक कृष्ण और एक शिव। जब तक इन तीन के प्रति आस्था बनी रहेगी, दुनिया की कोई ताकत भारत का बाल-बांका नहीं कर पाएगा।
राम, शिव और कृष्ण ही भारत की पहचान हैं-सीएम
उन्होंने आगे कहा, हम सब प्राचीन विरासत को लेकर चल रहे हैं। पूरब से लेकर पश्चिम तक भगवान श्रीकृष्ण को आप देखिए। अरुणाचल में आज भी रुक्मिणी की कथा रची-बसी है। हम इस जमीन पर आने के बाद राधे-राधे कहने से रोक नहीं पाते हैं। त्रेता युग में उत्तर से दक्षिण को जोडऩे का काम हुआ। पूरे भारत को एक सूत्र में जोडऩे का काम भगवान शिव की आस्था से आज भी जुड़ी है। राम, शिव और कृष्ण ही भारत की पहचान हैं। भारत के निर्माण में इन्हीं 3 महापुरुषों का योगदान रहा।
हल्दी का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा, यूपी के पूर्व डीजीपी ने फोन कर कहा कि मेरा ग्रैंडसन आपसे मिलने के लिए उत्सुक है। पांच मिनट का समय दे दीजिए। मैंने कहा लेकर आ जाइए। आए तो मिलने का कारण पूछा। उन्होंने बताया, मैं विदेश में रहता हूं। एक दिन कार से ऑफिस जा रहा था, देखा एक रेस्टोरेंट के बाहर लंबी लाइन लगी थी। गाड़ी पार्क कर वहां पहुंचा तो देखा लोग हल्दी का पानी दे रहे थे। ये क्या होता है। मैंने कहा- क्या आपने अपनी मां या दादी के हाथ से बना खाना नहीं खाया। दाल, सब्जी, खिचड़ी ये खाया नहीं।
ग्रैंडसन ने बताया- खाया तो है, पर हल्दी क्या है मैंने कहा- भारतीय रसोई बगैर हल्दी के चल ही नहीं सकती है। कोई अतिथि आता है तो हम उसका टीका भी हल्दी से करते हैं। कोरोना काल ने सबको समझा दिया हल्दी क्या होती है। भारतीय रसोई का एक अभिन्न हिस्सा है। लेकिन हम भूल गए हैं। हमने अपनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति को भुला दिया है। योग से दूरी बना ली है।
हमें प्रोडक्ट के साथ प्रजेंटेशन अच्छा करना होगा: योगी
सीएम ने कहा, हम सिर्फ दूसरों की चीजों को ही सही मानते हैं। एक बार एक राजगुरु हमसे मिलने आए, उन्होंने एक गिफ्ट दिया तो उन्हीं के सामने खोला। अंदर एक वस्तु थी। मैंने उनसे कहा कि ये तो हमारे यहां 5 रुपए का है। फिर मैंने उन्हें एक गिफ्ट दिया। उन्होंने खोला। देखा तो उन्हें पसंद आया। उन्होंने पूछा ये कितने का है। मैंने कहा 500 रुपए का। उन्होंने कहा कि प्रोडक्ट अच्छा है, लेकिन पैकेजिंग अच्छी नहीं है। हमें अब प्रोडक्ट के साथ प्रजेंटेशन अच्छा करना होगा।
3136 छात्रों को प्रदान की गई उपाधि
जीएलए विश्वविद्यालय के 11वें दीक्षांत समारोह में सीएम योगी ने साल 2022 में आयोजित विभिन्न पाठ्यक्रमों के मेधावियों को 22 गोल्ड मेडल, 22 सिल्वर मेडल और 3136 उपाधियां दीं।

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