गांधीनगर। अमेरिकी वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने कहा है कि हमने वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए अपने प्रयासों को दोगुना कर दिया है। अमेरिकी वित्त मंत्री भारत दौरे पर हैं। उन्होंने गुजरात के गांधीनगर में कहा कि मैं जी-20 सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को धन्यवाद देना चाहती हूं।
इस दौरान, जेनेट येलेन ने अमेरिका-चीन संबंधों में हालिया प्रगति को और बढ़ाने के लिए अपना उत्साह व्यक्त किया, क्योंकि विभिन्न देशों के वित्त मंत्री आगामी दिनों में वैश्विक आर्थिक चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए भारत में एकत्र हुए हैं।
चीन में निवेश के लिए उत्सुक
येलेन ने जी-20 वित्त प्रमुखों की बैठक से पहले अपनी टिप्पणी में कहा कि, आगे की कार्रवाई के लिए हमने बीजिंग में जो जमीनी काम किया था, उसे आगे बढ़ाने के लिए मैं काफी उत्सुक हूं। उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते उनकी बीजिंग यात्रा ने दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच संबंधों को निश्चित स्तर पर” प्रभावित किया है।
आरबीआई और यूएई सेंट्रल बैंक में बनी सहमति
इस बीच, भारत और संयुक्त अरब अमीरात सीमा पार लेनदेन के लिए अपनी-अपनी स्थानीय मुद्राओं का उपयोग करने पर सहमत हुए हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक मंच पर रुपये की भूमिका को आगे बढ़ाया है।
स्थानीय मुद्रा निपटान प्रणाली स्थापित करने के उद्देश्य से, आरबीआई और सीबीयूएई के गवर्नर, दोनों एशियाई देशों के बीच लेनदेन के लिए स्थानीय मुद्राओं के उपयोग के लिए एक रूपरेखा स्थापित करने पर सहमत हुए। इस एमओयू में सभी चालू खाता लेनदेन और अनुमत पूंजी खाता लेनदेन को कवर किया गया है।
जी-20 बैठक में 66 प्रतिनिधियों का जमावड़ा
बता दें कि, गुजरात में जी-20 बैठक का आगाज हो चुका है। इस बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण राज्य के वित्त मंत्रियों और रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास के साथ बैठक करेंगी। इस दौरान गवर्नर, डिप्टी गवर्नरों समेत 66 प्रतिनिधियों का जमावड़ा लगेगा। बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। जिसमें ग्लोबल इकोनॉमी और इंटरनेशनल फाइनेंशियल आर्किटेक्चर विषय भी शामिल हैं।