रिन्‍यू द्वारा सर्दियों में दो लाख कम्बल बांटे जायेंगे

0
200

● डॉ दया शंकर मिश्रा माननीय आयुष मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार ने रीन्यू गिफ्ट वार्म्थ कम्बल वितरण अभियान
में शामिल होने के लिए रीन्यू एडुहब (EduHub), पनियरा वाराणसी का दौरा किया
● यह पहल पूरे राज्य में शुरू की जाएगी, उत्तर प्रदेश में 5400 कंबल वितरित किए जाएंगे
● कंपनी अभी तक 6,25000 कम्बल बाँट चुकी है और 2025 तक के लिए रिन्‍यू दस लाख (1 मिलियन)
कम्‍बल बांटने का लक्ष्‍य तय किया है

लखनऊ। अग्रणी डीकार्बनाइजेशन समाधान प्रदान करने वाली कंपनी, रिन्‍यू एनर्जी ग्लोबल पीएलसी (Nasdaq: RNW, RNWWW) ने ‘गिफ्ट वार्म्थ’ का 9वाँ संस्करण शुरू करने की घोषणा की है। यह कड़ाके की ठंड में समाज के वंचित वर्गों की सहायता करने की एक पहल है। इस साल, रिन्‍यू ने दिल्ली एनसीआर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, ओडिशा और उत्तराखंड सहित विभिन्न राज्यों में 2,00,000 से अधिक कम्बल बाँटने के लिए स्थानीय प्रशासन का सहयोग लिया है। यह कम्बल वितरण अभियान जनवरी तक चलेगा, ताकि सबसे अधिक ठंड पड़ने के दौरान इसका अधिकतम फायदा मिल सके। इस वर्ष रिन्‍यू राजस्थान में 5400 कंबल वितरित करेगा।
हाल के वर्षों में उत्तर भारत के राज्यों में जलवायु परिवर्तन के कारण चिलचिलाती ठंड पड़ती है, जिससे बेघर लोगों
पर शीत लहर की भीषण मार पड़ती है। सरकारी आँकड़ों के अनुसार सर्दियों के दौरान लोगों को बेहद मुश्किलों का
सामना करना पड़ता है और इसके कारण मौत तक हो जाती है। रिन्‍यू के कर्मचारी सरकारी अधिकारियों के सहयोग से निर्दिष्ट जिलों में शीत लहर से प्रभावित सबसे अधिक ज़रूरतमंद लोगों को चिन्हित करके उनके जीवन में राहत पहुंचाने के लिए कम्बलों का वितरण करेंगे। यह वितरण अभियान जिला स्तर पर आरम्भ किया जाएगा, और आगे तहसील से ग्राम स्तर तक पहुँचेगा। इसके अलावा, कंपनी के कर्मचारी कम्बल वितरण के लिए रात्रिकालीन अभियान चलाएंगे तथा दान के माध्यम से आश्रय स्थलों में योगदान करेंगे। इन कम्बलों को छोटे पैमाने के कारोबारियों से प्राप्त किया गया है जिसका उद्देश्य स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना है। डॉ दया शंकर मिश्रा माननीय आयुष मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि,“ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण तथा ग्रामीण विकास के लिए रिन्यू सीएसआर द्वारा किए जाने वाले कार्य
सराहनीय है आज रिन्यू के कंबल वितरण कार्यक्रम में भाग लेकर जरूरतमंदों की सहायता करने का काफी अच्छा अ
नुभव प्राप्त हुआ। मैं रिन्यू सीएसआर को धन्यवाद देता हूं”

सस्टेनेबिलिटी की को-फाउंडर और चेयरपर्सन, वैशाली निगम सिन्हा ने कहा कि, “हाल के वर्षों में जलवायु संकट के
कारण शीत लहर की तीव्रता बढ़ी है। मौसम में होने वाले उतार-चढ़ाव के कारण लाखों लोगों को कठिनाइयों का
सामना करना पड़ता है। रिन्‍यू में हम हमेशा समुदायों को लौटाने में यकीन करते आए हैं और गिफ्ट वार्म्थ कड़ाके
की ठंड के महीनों में वंचित वर्गों के साथ खड़े होने की दिशा में हमारा एक छोटा कदम है। इस साल, हमने ज्यादा से
ज्‍यादा ज़रूरतमंद लोगों तक पहुँचने की अपनी कोशिशों को तेज किया है। हमें अपने कर्मचारियों पर गर्व है जो इस
पहल में पूरी लगन से जुड़कर इस प्रयास को बड़े पैमाने पर सफल बनाने के लिए स्थानीय प्राधिकारियों के साथ
ज़मीनी स्तर पर काम कर रहे हैं।
गिफ्ट वार्म्थ अभियान की शुरुआत ‘भारत में कोई ठंड से पीड़ित नहीं रहे’ के विजन के साथ 2015 में हुई थी। तब से
इसके तहत भारत में पड़ने वाली चिलचिलाती ठंड के दौरान स्थानीय समुदायों की ज़रूरतों पर ध्यान दिया जा रहा
है। कंपनी अभी तक 6,25,000 कम्बल बाँट चुकी है और वर्ष 2025 तक संवेदनशील वर्गों के बीच 1 अरब कम्‍बलों
का वितरण करने का लक्ष्य हासिल करना चाहती है। रिन्‍यू ने इस महान उद्देश्य में योगदान के लिए दूसरे निगमों
और संस्थानों से साझेदारी और सहयोग का आह्वान किया है। इच्छुक संगठन www.renewfoundation.in के
माध्यम से दान कर सकते हैं।
रिन्‍यू के विषय में
रिन्‍यू एक प्रमुख डीकार्बनाइजेशन समाधान कंपनी है और नैस्डेक (Nasdaq: RNW, RMWWW) पर सूचीबद्ध है।
30 सितम्बर, 2023 तक के आँकड़ों के अनुसार रिन्‍यू का स्वच्छ ऊर्जा पोर्टफोलियो सकल आधार पर लगभग 13.8
गीगावाट का था, जो विश्व में सबसे बड़ा पोर्टफोलियो है। भारत में एक प्रमुख आत्मनिर्भर विद्युत् उत्पादक होने के
अलावा, हम स्वच्छ ऊर्जा और मूल्य-वर्द्धित ऊर्जा के क्षेत्रों में न्यायोचित और समावेशी विधि से संपूर्ण समाधान
प्रदान करते हैं। इसे सुनिश्चित करने के लिए हम डिजिटलीकरण, स्टोरेज, और कार्बन मार्केट्स का उपयोग करते हैं
जो जलवायु परिवर्तन के हल का अभिन्न हिस्सा हैं। अधिक जानकारी के लिए renew.com देखें और लिंक्डइन,
फेसबुक, ट्विटर और इन्स्टाग्राम पर हमें फॉलो करें।

Also read

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here