डिजिटल संचार में सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए कर्नाटक सरकार के साथ मिलकर काम करेगा ट्रूकॉलर

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● ट्रूकॉलर और DEIT, कर्नाटक सरकार, ने साथ मिलकर लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाकर और संचार में धोखाधड़ी का एकजुट होकर मुकाबला करके नागरिकों की ऑनलाइन सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं।

लखनऊ: पूरी दुनिया में संचार और कॉलर आईडी के सबसे बड़े प्लेटफॉर्म, ट्रूकॉलर ने साइबर अपराध, दूसरों के नाम से लोगों को झांसा देने और धोखाधड़ी की बढ़ती घटनाओं का मुकाबला करने और डिजिटल संचार में यूजर्स की सुरक्षा को बेहतर बनाने के उद्देश्य से कर्नाटक सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग (DeIT) के साथ साझेदारी की है। सुरक्षित इंटरनेट दिवस के अवसर पर राज्य के माननीय सूचना प्रौद्योगिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी तथा ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री, श्री प्रियांक खड़गे की उपस्थिति में इस पहल की शुरुआत की गई, जिसका उद्देश्य साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूकता और कौशल के साथ नागरिकों को सशक्त बनाना है। इस साझेदारी के तहत, ट्रूकॉलर पूरे राज्य में नागरिकों के बीच जागरूकता फैलाने और उन्हें सक्षम बनाने के लिए कई पहलों की शुरुआत करेगा, ताकि वे इंटरनेट का सुरक्षित तरीके से उपयोग कर सकें, साथ ही खुद को ऑनलाइन नुकसान, खास तौर पर फोन के ज़रिए होने वाली धोखाधड़ी और ठगी से बचा सकें।

शीर्षक: माननीय आईटी एवं जैव प्रौद्योगिकी मंत्री, श्री प्रियांक खड़गे, चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर एवं एमडी, भारत, श्री ऋषित झुनझुनवाला, ट्रूकॉलर में सार्वजनिक मामलों की निदेशक सुश्री प्रज्ञा की उपस्थिति में इस साझेदारी की शुरुआत की गई।

इस साझेदारी के बारे में बात करते हुए, माननीय सूचना प्रौद्योगिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी और ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री, श्री प्रियांक खड़गे ने कहा, “इस साझेदारी से यह बात जाहिर होती है कि, कर्नाटक सरकार डिजिटल इकोसिस्टम में अपने नागरिकों की सुरक्षा को सबसे ज्यादा अहमियत देने के संकल्प पर कायम है। टेक्नोलॉजी के विकास के साथ डिजिटल संचार में साइबर अपराध और धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रही है, जिससे नागरिकों के असुरक्षित वर्ग के लिए खतरा बढ़ गया है। डिजिटल संचार में जागरूकता बढ़ाने और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार सक्रिय कदम उठा रही है। बेंगलुरु आज के दौर में इनोवेशन का दूसरा नाम बन चुका है, जिसे उन्नतिशील तकनीकी केंद्र के रूप में जाना जाता है। हमें गर्व है कि हमने इस साझेदारी के जरिए प्रदेश के नागरिकों की ऑनलाइन सुरक्षा बढ़ाने की पहल शुरू की है।”
इस पहल के बारे में अपनी राय जाहिर करते हुए, श्री ऋषित झुनझुनवाला, चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर एवं मैनेजिंग डायरेक्टर, भारत, ने कहा, “हमें संचार में डिजिटल सुरक्षा को बढ़ाने, और नागरिकों को डिजिटल दुनिया में उपलब्ध अवसरों का अधिकतम लाभ उठाने में सक्षम बनाने के लिए कर्नाटक सरकार के साथ साझेदारी करते हुए बेहद खुशी हो रही है। बीते एक साल के दौरान, हमारी गवर्नमेंट डायरेक्टरी सर्विस सुविधा ने 31.2 मिलियन से ज्यादा यूजर्स को स्पैम और धोखाधड़ी के तौर पर वेरीफाई किए गए कॉल की पहचान करने में मदद की है, साथ ही उन्हें प्लेटफ़ॉर्म पर उपलब्ध हेल्पलाइन नंबरों और प्रमुख सरकारी नंबरों तक आसानी से पहुंचने में भी मदद मिली है। ट्रूकॉलर में हम धोखाधड़ी की रोकथाम को लगातार बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं और हमें पूरा यकीन है कि इस साझेदारी से कर्नाटक के नागरिकों को धोखेबाजों से एक कदम आगे रहने में मदद मिलेगी।”
आज की तारीख तक, ट्रूकॉलर की ओर से दिल्ली पुलिस, असम पुलिस, दिल्ली, झारखंड, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर और राजस्थान की राज्य सरकारों के साथ मिलकर 1.6 मिलियन से अधिक नागरिकों के लिए साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जा चुका है।
ट्रूकॉलर का परिचय: हम लोगों के बीच आपस में सुरक्षित एवं उपयुक्त तरीके से बातचीत को सुविधाजनक बनाने के साथ-साथ विभिन्न व्यवसायों को अपने ग्राहकों के साथ सहज तरीके से जुड़ने में सक्षम बनाते हैं। धोखाधड़ी और अनचाहे संचार डिजिटल अर्थव्यवस्थाओं, खासकर उभरते बाजारों के लिए एक बड़ी परेशानी की तरह हैं। हम संचार के क्षेत्र में लोगों के भरोसे को मजबूत बनाने के मिशन पर आगे बढ़ रहे हैं। ट्रूकॉलर 368 मिलियन से अधिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं के लिए रोजमर्रा के संचार का अभिन्न अंग बन चुका है, जिसे लॉन्च के बाद से एक बिलियन लोगों ने डाउनलोड किया है। 2009 में स्थापना के बाद से हमारा मुख्यालय स्टॉकहोम में स्थित है तथा हम सह-संस्थापक के नेतृत्व वाली उद्यमी कंपनी हैं, जिसके पास अत्यधिक अनुभवी प्रबंधन टीम मौजूद है। 8 अक्टूबर, 2021 से ट्रूकॉलर को नैस्डैक स्टॉकहोम पर सूचीबद्ध किया जा चुका है। अधिक जानकारी के लिए कृपया corporate.truecaller.com पर जाएँ।

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