अवधनामा संवाददाता
ललितपुर। कृषि विज्ञान केंद्र खिरियामिश्र में केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक और अध्यक्ष डा.मुकेशचंद के नेतृत्व में 23 नवंबर से 21 दिवसीय स्वरोजगार परक प्रशिक्षण बीज उत्पादन विषय पर बेरोजगार ग्रामीण युवाओं हेतु आयोजित किया गया था जो आज सम्पन्न हुआ। समापन पर डीडी कृषि बसन्त कुमार दुबे उपस्थित रहे। केन्द्राध्यक्ष डा.मुकेश चंद ने अवगत कराया कि भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद नई दिल्ली द्वारा कृषि विज्ञान केंद्रों दिए गए निर्देशों के अनुपालन में केन्द्र द्वारा ग्रामीण बेरोजगार युवकों को स्वरोजगार सृजन हेतु कृषि आधारित उद्यमों पर स्वरोजगार हेतु बीज उत्पादन विषय पर 21 दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। उन्होनें कहा कि किसान बीज उत्पादन करके से अच्छा लाभ प्राप्त कर सकते हैं एवं बीज उत्पादन करके किसान भाई आर्थिक रुप से आत्मनिर्भर बन सकते हैं तथा बुन्देलखण्ड के अन्य कृषकों को गुंणवत्तायुक्त बीज देकर सीधे तौर पर 20-25 प्रतिषत गॉव के उत्पादन में वृद्धि कर सकते हैै जिससे मान0 प्रधानमंत्री जी विजन सन् 2047 तक युवाओं को स्वावलम्वन बनाकर भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में अपना योगदान दे सकते है। डीडी कृषि ने प्रतिभागियों को बताया कि वे अपने कार्य के प्रति ईमानदार रहकर और केवीेके के माध्यम से बीज उत्पादन के क्षेत्र में ज्ञान अर्जन करके बीज उत्पादन के क्षेत्र में उद्योगी बन सकते है साथ ही उन्होने जनपद के चार विकास खण्डों से आए हुए 15 ग्रामीण युवाओं को 21 दिवसीय उद्योगपरक प्रभावी प्रषिक्षण प्रदान करने के लिए केवीेके की प्रशंसा की। डा.दिनेश तिवारी ने बताया कि अलाभकारी खेती, बढ़ती लागत, खेती से किसानों का पलायन एवं अनाज की बढ़ती आवश्यकता से निजात पाने के लिए आज खेती के तौर-तरीको में कुछ बदलाव लाना आवश्यक होगा। जो कृषि में स्वामित्व के साथ-साथ किसानों के जीवन में स्थायित्व ला सके। प्रशिक्षण में बीज उत्पादन से सम्बंधित सभी पहलुओं जैसे- जनपद में बीज उत्पादन की आवश्यकताऐं एवं महत्व, गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन एवं प्रकार, पृथकरण दूरी, मृदा एवं मृदा की तैयारी, बीज एवं बुवाई विधि, पोषक तत्व प्रबंधन, सिचाई प्रबंधन, खरपतवारों का प्रबध्ंान, कीट एवं बीमारियों का उचित प्रबधंन, रोगिंग, कटाई-मढाई एवं उसाई, बीज विधायन संयत्र का भ्रमण, बीज नमूना लेना, पैकिंग, बीज परीक्षण, बीज उत्पादन से सम्बंधित संस्थाओं की जानकारी, टैगिंग, बीज विपणन, केन्द्र के बीज उत्पादन प्रक्षेत्र एवं प्रगतिशील बीज उत्पादन कृषकों के प्रक्षेत्र पर भ्रमण इत्यादि केन्द्र के विशेषज्ञों द्वारा तकनीकी जानकारी दी गयी।