Wednesday, May 8, 2024
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इस बार वर्ल्ड डायबिटीज डे पर मुट्ठीभर बादाम से पाएं राहत

 

नई दिल्ली : वर्ल्ड डायबिटीज डे 14 नवंबर, 2023 को मनाया जाता है, इसलिए इस बढ़ती महामारी ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। हाल के अध्ययनों 3,4 में पाया गया है कि खाना खाने के 30 मिनट पहले 20 ग्राम बादाम खाने से ब्लड शुगर का स्तर बेहतर हो सकता है। यह भी देखने को मिला है कि 23.3 %(30 में से 7) प्रीडायबिटिक मरीज, खाने से पहले 20 ग्राम बादाम का सेवन कर लें तो ब्लड शुगर का स्तर सामान्य हो जाता है। वहीं, दूसरे अध्ययन5 में पाया गया कि 12 हफ्तों तक रोजाना बादाम खाने से इंसुलिन की प्रतिरोधकता, फास्टिंग ग्लूकोज कम होता है और पैनक्रियाटिक कार्यप्रणाली में सुधार होता है। इसके साथ ही रोजाना, बादाम खाने से वजन कम होता है, बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) में कमी आती है, कमर की चौड़ाई कम होती है और कुल कोलेस्ट्रॉल कम होता है। बादाम का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और इसमें प्रोटीन, डाइटरी फाइबर, गुड फैट्स, विटामिन ई, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं। इसके परिणामस्वरूप, प्रीडायबिटिक के लिए यह एक अच्छा स्नैक है। सही मायने में, बादाम की अच्छाइयों को कम नहीं आंका जा सकता।

मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन और इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च द्वारा कराए गए हाल के एक अध्ययन2 में अनुमान किया गया है कि देश की दस लाख से ज्यादा आबादी डायबिटीज से जूझ रही है। इस अध्ययन में यह भी अनुमान लगाया गया है कि 13.6 करोड़ भारतीय नागरिकों को डायबिटीज होने का खतरा है। इस स्थिति को प्री-डायबिटिक कहा जाता है। सबसे चिंता की बात है कि लगभग आधे से भी ज्यादा लोगों में इसका पता ही नहीं चल पाया है।

बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री और सेलेब्रिटी, सोहा अली खान कहती हैं, ज्यादा फैट वाले खाने की जगह पोषण से भरपूर, नियंत्रित मात्रा में भोजन करना जरूरी है। बैठे रहने की जगह एक्टिव लाइफस्टाइल को चुनें। कई बार चिप्स के पैक की जगह मुट्ठीभर बादाम का चुनाव करना ज्यादा आसान होता है। बादाम में काफी सारे पोषक तत्व होते हैं- प्रोटीन से लेकर विटामिन ई, मैग्नीशियम तक। ये छोटे-छोटे, निरंतर किए जाने वाले चुनाव ही लंबे समय तक सेहत को बेहतर बनाए रखने का रास्ता खोलते हैं। तो आइए हम अपनी सेहत को लेकर थोड़े और विचारशील होने का संकल्प लें और यह याद रखें कि हर छोटे कदम एक सेहतमंद लाइफस्टाइल की ओर ले जा सकते हैं।”

भारत में प्री-डायबिटीज की समस्या के बढ़ने के बारे में अपनी राय देते हुए, जानी-मानी फिटनेस एक्सपर्ट यास्मीन कराचीवाला कहती हैं, “अक्सर, प्रीडायबिटीज सुस्ता लाइफस्टाइल और खराब पोषण का नतीजा होता है। क्टिविटी के साथ-साथ सही तरीके से खाने का चुनाव एक अहम भूमिका निभाता है। पोषक विकल्पों जैसे बादाम के लिए अनहेल्दी स्नैकिंग को छोड़ना काफी प्रभावी हो सकता है। बादाम, वर्कआउट के पहले या बाद में ना केवल संतुष्टि देते हैं, बल्कि लगातार इसका सेवन करने से मांसपेशियों का डैमेज कम करने में मदद मिलती है।”

डायबिटीज के लिए डाइट में किए जाने वाले उपायों और प्री-डायबिटीज को नियंत्रित करने के तरीकों के बारे में, रितिका समद्दर, रीजनल हेड-डायटिटिक्स, मैक्स हॉस्पिटल, दिल्ली का कहना है, “इस बीमारी के क्षेत्रवार रूप से बदलाव के लिए सुस्तै लाइफस्टाइल, खानपान की आदतें और तनाव को दोषी माना गया है। प्री-डायबिटीज पर ध्यान देना और उसे ठीक करना ज्यादा अहम है। टाइप 2 डायबिटीज से गुजर रहे या इससे बचाव करने की कोशिश कर रहे लोगों के लिए प्रोटीन, फाइबर और कॉम्प्लैक्स कार्ब पर जोर देना जरूरी है, वहीं रिफाइंड शुगर, अनहेल्दी फैट्स और अत्यधिक कैलोरी को कम करने पर। दाल, फलियों, फल और सब्जियां और साबुत अनाज युक्त आहार खाने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली खाद्य सामग्रियां जैसे बादाम को खाने में शामिल करने से शुगर के बढ़ते स्तर का नियंत्रण, अहम भूमिका निभा सकता है। फायदेमंद फैट्स, विटामिन ई, प्रोटीन और डाइटरी फाइबर से भरपूर, बादाम ना केवल पोषण युक्त है, बल्कि संतुष्टि का एहसास भी कराता है, और अनहेल्दी स्नैकिंग की तत्परता को कम करता है।“

किशोरावस्था में प्रीडायबिटिक की बढ़ती समस्या के बारे में, न्यूट्रिशन एवं वेलनेस कंसल्टेंट, शीला कृष्णास्वामी कहती हैं, “भारत में प्रीडायबिटीज की समस्या बढ़ रही है। यह चिंता की बात है, क्योंकि इस तरह के लोगों की अधिक संख्या अब प्रीडायबिटीज से पूर्ण रूप से टाइप 2 डायबिटीज की तरफ बढ़ रही है। इसका मतलब है कि हमें इस समस्या को कम करने या रोकने के लिए लाइफस्टाइल के लिए अच्छी आदतों का चुनाव करना होगा। हम अपने हेल्दी खाने में इसे शामिल करके आसान और स्वादिष्ट बदलाव कर सकते हैं। जिन युवाओं को डायबिटीज होने का खतरा मंडरा रहा है, बादाम उनके शरीर में शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। एक नए अध्ययन में यह पता चला है कि युवाओं में प्रीडायबिटीज से बचाव या इसकी रफ्तार को कम करने के लिए बादाम एक बेहतरीन स्नैक है।”

डॉ. रोहिणी पाटिल, एमबीबीएस एवं न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है, “भारत को दुनिया की डायबिटीज कैपिटल कहा जाता है। अब इसे नियंत्रित करने के लिए कुछ कदम उठाने का समय आ गया है। इस दिशा में आसान, लेकिन प्रभावी कदम है बादाम का सेवन। ये नट्स, शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। यह उन लोगों को सुरक्षा के उपाय बता रहे हैं जिन्हें भविष्य में डायबिटीज होने का खतरा है।“

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