सर्किल रेट में हुए भारी इजाफे के बाद रजिस्ट्रार कार्यालय में कार्यरत वकीलों स्टाम्प बैंडरों, रजिस्ट्री लेखकों की हुई थी कलम बन्द हड़ताल
रूटीन बढ़ोत्तरी के परिपेक्ष्य में जमीनों के बढ़ाये गए सर्किल रेटों का कर रहे हैं विरोध
अधिकारियों ने वार्ता कर समस्या के जल्द समाधान का दिया आश्वासन
ललितपुर। जनपद में जिला अधिकारी की अनुमोदना पर बढ़ाये गये जमीनों के सर्कल रेटों का जमकर विरोध हो रहा है। सर्किल रेट बढ़ाने का विरोध तहसील में तैनात अधिवक्ता स्टांप वेंडर और रजिस्ट्री लेखक कर रहे हैं । बताया गया है कि पिछले करीब एक सप्ताह से सदर तहसील के रजिस्ट्रार कार्यालय में उक्त तीनों की जुगलबंदी से हड़ताल जारी है, जिससे बड़े राजस्व की क्षति होने का भी अनुमान लगाया जा रहा है । हालांकि प्रभारी अपर जिला अधिकारी और वकीलों स्टांप वेंडरों रजिस्ट्री लेखकों की मंगलवार को वार्ता भी हुई थी, लेकिन वार्ता का कोई निष्कर्ष नहीं निकला । वार्ता असफल होने की दशा में तहसील के रजिस्ट्रार कार्यालय में लगातार हड़ताल जारी है । वकील और स्टांप वेंडरों ने आवाहन किया है कि जब तक स्थाई रूप से बढ़े हुए सर्कल बेटों का समाधान नहीं निकलता, तब तक हड़ताल जारी रखेंगे। हालांकि अपर जिलाधिकारी ने आपसी वार्ता कर समस्या का समाधान निकालने की बात कही एवं जल्द ही रजिस्ट्रार कार्यालय में कामकाज सुचारू कराने का आश्वासन दिया।
मिली जानकारी के अनुसार गत 2 जनवरी 2023 से जनपद के सभी रजिस्ट्रार कार्यालयों में वहां रजिस्ट्री के कामकाज ठप्प पड़े हुए हैं, जिससे बड़े राजस्व की क्षति होने का अनुमान लगाया जा रहा है । इसका सबसे बड़ा कारण है कि रजिस्ट्रार कार्यालय के तहत काम करने वाले वकीलों, स्टाम्प बैंडरों व रजिस्ट्री लेखक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। आरोप है कि जिलाधिकारी की अनुमोदना पर जमीनों की रजिस्ट्री को लेकर जो सर्किल रेट बढ़ाए गए हैं, उनमें इतनी बढ़ोतरी की गई है कि अब आम आदमी किसी भी जमीन के टुकड़े की रजिस्ट्री नहीं करा पा रहा है। नए नियम के अनुसार सड़क के किनारे वाली जमीन की रजिस्ट्री के लिए करीब 15 मीटर तक कमर्शियल रजिस्ट्री कराना आवश्यक कर दिया है, जिससे रजिस्ट्री की लागत कई गुना अधिक बढ़ गई है। रजिस्ट्री की लागत बढ़ने से रजिस्टर कार्यालय में अब आम लोग जमीनों की खरीद-फरोख्त के संबंध में होने वाली रजिस्ट्री नहीं करा पा रहे हैं। जिससे वहां पर काम करने वाले वकील स्टांप वेंडर एवं रजिस्ट्री लेखकों का परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहा है। सर्किल रेट ऑफ़ में हुई बढ़ोतरी को लेकर तहसील में काम करने वाले रजिस्ट्री लेखक के स्टॉम्प बैंडर और वकील कई बार शहर की सड़कों पर शासन प्रशासन के विरोध में जुलूस निकालकर सर्किल रेट ऑफ़ को कम करने के लिए ज्ञापन दे चुके हैं । लेकिन जब इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं हुई, तब उक्त सभी लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं । जिसके तहत तहसील के रजिस्ट्रार कार्यालय में काम करने वाले वकील स्टांप वेंडर एवं रजिस्ट्री लेखक तहसील परिसर में ही कलम बंद हड़ताल कर रहे हैं। हालांकि राजस्व के प्रभारी अधिकारी एडीएम गुलशन कुमार ने रजिस्ट्रार कार्यालय में मददगार स्टांप वेंडर, वकीलों और रजिस्ट्री लेखकों की एक बैठक बुलाकर वार्ता भी की गई, लेकिन इस वार्ता का कोई परिणाम नहीं निकला। जहां एक और एडीएम गुलशन कुमार का आरोप है कि हमने बैठक कर उक्त सभी लोगों से बढ़े हुए सर्किल रेटों में आपत्तियां मांगी है और बैठ कर मामले का निस्तारण करने की बात कही है । तो वहीं दूसरी ओर वकील स्टांप वेंडर और रजिस्ट्री लेखक सर्किल रेटों को कम कराने पर अड़े हुए हैं । जिस कारण हम लोगों के बीच हुई वार्ता किसी नतीजे पर नहीं पहुंची। अब एक बार फिर समन्वय बैठक कर बीच का रास्ता निकाला जाएगा और सदर तहसील के रजिस्टर कार्यालय में जल्द ही कामकाज शुरू कराया जाएगा। तो दूसरी ओर एसडीएम और वकीलों के बीच हुई वार्ता के बाद समाधान न होने पर अब सभी अनिश्चित कालीन हड़ताल जारी रखने की बात कह रहे हैं। बताया गया है कि गत 2 जनवरी से रजिस्ट्रार कार्यालय में काम-काज ठप्प होने से राजस्व की बड़ी क्षति होने का अनुमान लगाया जा रहा है।