बलिया संकुल ने 232 अंकों के साथ दूसरा स्थान, जबकि देवरिया संकुल 185 अंकों के साथ तृतीय स्थान पर रहा
सिद्धार्थनगर। विद्या भारती शिशु शिक्षा समिति गोरक्ष प्रांत द्वारा रघुवर प्रसाद जायसवाल सरस्वती शिशु मंदिर इंटर कॉलेज, तेतरी बाजार (बालिका परिसर) में आयोजित प्रांतीय खेलकूद प्रतियोगिता का भव्य समापन हुआ। प्रतियोगिता में 10 जिलों के प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा और कौशल का शानदार प्रदर्शन किया।
अंकों के आधार पर गोरखपुर का पक्कीबाग संकुल 298 अंकों के साथ प्रथम स्थान पर रहा। बलिया संकुल ने 232 अंकों के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि देवरिया संकुल 185 अंकों के साथ तृतीय स्थान पर रहा।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित विद्या भारती गोरक्ष प्रांत के मंत्री एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के विधि विभाग के प्रोफेसर डॉ. शैलेश कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि विद्या भारती अपनी स्थापना के 75 वर्ष पूर्ण करने की ओर अग्रसर है। आज यह भारत के लगभग 60 प्रतिशत क्षेत्र में शिक्षा और सेवा का कार्य कर रही है तथा 5 करोड़ से अधिक लोगों तक अपने विचार पहुंचा चुकी है। जब पूरी दुनिया निराशा की ओर बढ़ रही है, तब भारत एक मिसाल के रूप में विश्व को नई दिशा दिखा रहा है।
विधि विभाग के प्रोफेसर डॉ. रजनीश ने कहा कि नैतिक और आध्यात्मिक शिक्षा का बोध तभी संभव है, जब बालक का समग्र विकास हो। विद्या भारती ने शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के नैतिक, आध्यात्मिक और शारीरिक विकास को भी सर्वोपरि माना है।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सिद्धार्थनगर के विभाग प्रचारक राजीव नयन ने कहा की खेल में कोई हारता नहीं है, या तो जीतता है या सीखता है। भारत के बच्चों में खेल-खेल में भी कठिन से कठिन कार्य करने की क्षमता है।
कार्यक्रम का जीवंत मंतव्य शिशु शिक्षा समिति गोरक्ष प्रांत के प्रदेश निरीक्षक राम सिंह ने प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि खेलकूद बच्चों में आत्मविश्वास, अनुशासन और नेतृत्व क्षमता का विकास करता है। यह प्रतियोगिता न केवल खेल प्रतिभाओं को निखारने का माध्यम है, बल्कि बच्चों में संस्कार और टीम भावना को भी मजबूत करती है।
विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. राजेश कुमार श्रीवास्तव ने अतिथियों का परिचय कराया। कार्यक्रम के अंत में बालिका विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती उमा सिंह ने सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर विद्यालय के कोषाध्यक्ष अजय कुमार जायसवाल, प्रबंध समिति के सदस्य मदन मोहन सिंह, अन्य विद्यालयों के प्रधानाचार्य, विनोद, पूर्व प्रधानाचार्य महादेव प्रसाद, समस्त आचार्य-बंधु तथा भैया-बहनों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।