सेबी ने निवेशकों को धोखाधड़ी से बचाने के लिए वैलिडिटेड यूपीआई हैंडल्स (Validated UPI Handles) और सेबी चेक (SBI Check) जैसी दो नई पहल शुरू की हैं। 1 अक्टूबर से सेबी-रजिस्टर्ड ब्रोकर्स और म्यूचुअल फंड्स की यूपीआई आईडी को NPCI द्वारा जारी valid हैंडल मिलेगा। निवेशकों को पेमेंट करते समय हरे त्रिकोण में अंगूठे का निशान दिखेगा जिससे वे सही पहचान कर पाएंगे।
मार्केट रेगुलेटर भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने पेमेंट सुरक्षा को मजबूत करने और निवेशकों को धोखाधड़ी करने वाली संस्थाओं से बचाने के लिए दो नई पहल शुरू की हैं, जिनमें वैलिडिटेड यूपीआई हैंडल्स (Validated UPI Handles) और सेबी चेक (SEBI Check) शामिल हैं।
नए सिस्टम के तहत 1 अक्टूबर से सेबी-रजिस्टर्ड ब्रोकर्स, म्यूचुअल फंड्स और अन्य निवेशक-संबंधी बिचौलियों की यूपीआई आईडी अब भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा जारी किया गया एक्सक्लूसिव “@valid” हैंडल होगा।
कैसे करें सही हैंडल की पहचान
सेबी के अनुसार हर यूपीआई आईडी में कैटेगरी-स्पेसिफिक प्रत्यय भी शामिल होंगे, जैसे ब्रोकरों के लिए “.brk” और म्यूचुअल फंडों के लिए “.mf”, जिससे निवेशक आसानी से वैलिड संस्थाओं की पहचान कर सकेंगे। उदाहरण के लिए, ब्रोकर की आईडी abc.brk@validhdfc हो सकती है, जबकि म्यूचुअल फंड की यूपीआई आईडी xyz.mf@validicici हो सकती है।
एक खास निशान से होगी पुष्टि
सेबी के अनुसार 90% से ज्यादा ब्रोकर, जिनके साथ ज्यादातर निवेशक जुड़े हुए हैं, और सभी म्यूचुअल फंड्स, पहले ही इस नए हैंडल को फॉलो कर चुके हैं। इन आईडी के जरिए की गई पेमेंट्स पर ऑथेंटिसिटी की पुष्टि के लिए एक खास “हरे त्रिकोण के अंदर अंगूठे का निशान” चिह्न दिखाई देगा, जबकि इसके न होने पर निवेशकों को अनधिकृत यानी गड़बड़ वाली लेनदेन की संभावना के बारे में अलर्ट किया जाएगा।
बिचौलियों (Intermediaries) को विशेष रूप से डिजाइन किए गए क्यूआर कोड भी जारी किए जाएंगे, जिनके बीच में अंगूठे का निशान होगा, जिससे सुविधाजनक और वेरिफाइड पेमेंट संभव होंगी।
सेबी चेक का क्या होगा काम
नए यूपीआई सिस्टम के साथ-साथ सेबी ने सेबी चेक भी लॉन्च किया है, जो एक डिजिटल वेरिफिकेशन टूल है जो निवेशकों को रजिस्टर्ड बिचौलियों के बैंक खाते की डिटेल और यूपीआई आईडी की स्वतंत्र रूप से पुष्टि करने की सुविधा देगा। अकाउंट नंबर और आईएफएससी कोड या @वैलिड यूपीआई आईडी दर्ज करके, निवेशक सेबी चेक प्लेटफॉर्म या सारथी मोबाइल ऐप के जरिए ऑथेंटिसिटी वेरिफाई कर सकते हैं।
मिलेगी ज्यादा सेफ्टी
सेबी के अनुसार, इन पहलों से निवेशकों को ज्यादा सुरक्षा मिलेगी, धोखाधड़ी का जोखिम कम होगा और सिक्योरिटी मार्केट के डिजिटल ट्रांजेक्शन फ्रेमवर्क में भरोसा बढ़ेगा। सेबी ने कहा कि ये पहल निवेशकों की सुरक्षा, मार्केट की इंटीग्रिटी को बनाए रखने और भारत के फाइनेंशियल ईकोसिट्म में डिजिटल विश्वास को मजबूत करने की उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।