अवधनामा संवाददाता
यतिन्द्रनाथ गिरी पर देषद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग
सहारनपुर(Saharanpur)। आरक्षण बचाओं संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजीनियर आरपी सिंह अम्बेडकर के आह्वान पर चल रहे अभियान के तहत जनप्रतिनिधियों से भेंट के अंतर्गत आज समिति का एक प्रतिनिधि मण्डल जिलाध्यक्ष साधूराम अम्बेडकर के नेतृत्व मे भाजपा विधायक देवेन्द्र निम से मिला और उन्हंे राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि 117वें संविधान संशोधन व पदोन्नति में आरक्षण बिल को इसी सत्र में लोकसभा मे पारित किया जाये और नये संसद में नये संविधान की बात करने वाले यतेन्द्रनाथ गिरी के विरूद्ध देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजे जाने की मांग की।
आज भाजपा विधायक देवेन्द्र निम से चन्द्रनगर स्थित उनके आवास पर समिति के जिलाध्यक्ष साधूराम अम्बेडकर के नेतृत्व मे प्रतिनिधि मण्डल ने भेंट की और उन्हें राष्ट्रपति को संबोधित 15 सूत्रीय मांग पत्र सौंपते हुए कहा कि पूरे देश में जातिगत, द्वेष, दुराचार तथा भेदभाव के चलते संपूर्ण दलित समुदाय का उत्पीड़न हो रहा है तथा दलित महिलाओं के साथ बलात्कार की घटनाएं हो रही है। दलित समुदाय को प्रदत्त अधिकारो को देने की बजाए उन्हें काटा जा रहा है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि 1 मई 2012 में असंवैधानिक रूप से दलित समुदाय के पदोन्नति में आरक्षण के अधिकार को समाप्त कर दिया गया है। जबकि सरकार को संविधान व सुप्रीम कोर्ट के प्राविधानों व आदेशों का पालन करते हुए अपर्याप्त प्रतिनिधित्व पिछडेपन मात्रा मे मिले प्रदत्त अधिकारों को समाप्त किया जाना अनुचित है, जिसे बहाल किया जाये। उन्होंने कहा कि चालू लोक सभा सत्र में 117वां संविधान संशोधन पदोन्नति में आरक्षण बिल को पास किया जाये। दलित समुदायों को उनके अधिकार देते हुए दलित महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार, दुष्कर्म की घटनाआंे पर अंकुश लगाया जाये। कोरोना महामारी में जान गंवाने वाले लोगों को उचित मुआवजा व सरकारी नौकरी दी जाये तथा वैक्सीन दवाई में लापरवाही बरतने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाये। मंहगाई व भ्रष्टाचार को समाप्त कर बेरोजगार युवाओं को रोजगार व निजीकरण पर विराम लगाया जाये। उन्होंने नये संसद नये संविधान की बात करने वाले यतिन्द्रनाथ गिरी पर देशद्रोह का मुकदमा कायम कर उन्हें जेल भेजा जाये। इस दौरान जिला महामंत्री रविन्द्र गौतम, देवदत्त, विजय पाल, राममेहर चंद जैन आदि मौजूद रहे।