Monday, May 13, 2024
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HomeMarqueeमनुष्य के मन और आत्मा की अभिव्यक्ति होती है कविता : रजनीकांत

मनुष्य के मन और आत्मा की अभिव्यक्ति होती है कविता : रजनीकांत

अवधनामा संवाददाता

लोक मंजरी के दूसरे स्थापना दिवस पर साहित्यिक सामाजिक सेवा संस्था विमर्श के तत्वावधान में आयोजित हुआ कवि सम्मेलन

कप्तानगंज, कुशीनगर। नगर स्थित जेपी इंटरमीडिएट कॉलेज में लोक कला एवं संस्कृति की संरक्षण एवं संवर्धन के लिए समर्पित संस्था लोक मंजरी के दूसरे स्थापना दिवस और साहित्यिक सामाजिक सेवा संस्था विमर्श के तत्वावधान में कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसमें पूर्वांचल के अनेक प्रसिद्ध कवि गणों ने अपनी कविता का पाठ किया इस अवसर पर मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक विनय प्रकाश गोंड और विशिष्ट अतिथि के रूप में कुशीनगर के पूर्व विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी उपस्थित रहे।

पूर्व विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी ने कवि गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि कविता किसी भी मनुष्य के मन और आत्मा की अभिव्यक्ति होती है काव्य रचना साहित्य का प्राण होती है। इतिहास के प्रत्येक आंदोलनों और क्रांतियों में कविताओं का निर्णायक योगदान रहा है। रामकोला विनय प्रकाश गोंड ने कहा कि कोई भी कवि अपने सोच और विचार को अपने शब्दों के रूप में कविता में सहज ही प्रकट करता है जिससे वह जनमानस को बहुत ही आसानी से अपना संदेश पहुंचा देता है। कवि सम्मेलन में जनपद के कोने-कोने से आए कवियों ने अपनी कविताएं सुनाई और उपस्थित श्रोताओं से तालियां तथा वाहवाहियां लूटी। गीतकार शैलेंद्र पांडे असीम, शम्भू सजल, हरेंद्र पांडेय ने अपनी सुंदर गीत प्रस्तुत किए। वही अवध किशोर अवधू और उगम चौधरी मगन के हास्य कविताओं पर ठहाके लगते रहे। वरिष्ठ कवि ओमप्रकाश द्विवेदी ओम एवं परमानंद मिश्रा नें अपनी रचना प्रस्तुत की। आर के भट्ट बावारा, अशोक शर्मा, डॉक्टर बलराम राय, असलम बैरागी,अंगद उदास,ने भी अपनी श्रेष्ठ रचनाएं प्रस्तुत की। विद्यालय के नवोदित कवियों कृतिका कुशवाहा, ज्योति कुशवाहा, वैभव चौधरी और अजय ने कविताएं सुनाई तो पूरा हाल तालियों से गूंज उठा। इस अवसर पर उदित नारायण डिग्री कॉलेज के हिंदी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ रामनरेश दुबे लोक मंजरी संस्था के अध्यक्ष विश्व मित्र भट्ट, प्रधानाचार्य श्रीराम प्रसाद, विमर्श संस्था के अध्यक्ष आर के भट्ट, ज्ञानवर्धन, गोविंद राव, कृष्णमणि तिवारी, इश्तियाक अहमद, डॉ चंदन कुमार गोंड, रामदास शर्मा, विशंभर प्रसाद, जयराज सिंह मुस्ताक अहमद, सगीर अहमद, आशुतोष मिश्रा आदि उपस्थित रहे।इस अवसर पर शैलेंद्र पांडेय, असीम और आकाश महेशपुरी को विमर्श संस्था द्वारा ₹5000 नगद और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन हरे कृष्ण पांडेय ने किया।

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