अवधनामा संवाददाता
हिट एंड रन कानून के खिलाफ बढ़ता जा रहा आक्रोश, यात्री परेशान
चालकों ने नए कानून को काले कानून की संज्ञा दी और इसमें संशोधन की मांग की
कुशीनगर। हिट एंड रन कानून के विरोध में दूसरे दिन भी बस और ट्रक ड्राइवरों ने स्टेयरिंग छोड़ों अभियान जारी रख। कुशीनगर जिले में इसका काफी असर दिखा। पेट्रोल पंप भी कई जगह बंद रहे। बस चालकों ने नए कानून को वापस लेने की केंद्र सरकार से मांग की। इसका असर ऑटो चालकों पर भी पड़ा और कई जगह ऑटो नहीं चले। इससे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
बता दें कि नए कानून के तहत सरकार हिट एंड रन मामले में दुर्घटना होने पर चालकों के खिलाफ दस साल की सजा और सात लाख रुपए जुर्माना लगाने की घोषणा की है। बीते कई दिनों से सोशल साइट पर नए कानून के खिलाफ एकजुटता के बाबत संदेश भी चलाए जा रहे हैं। नए मोटर व्हीकल एक्ट के विरोध में परिवहन निगम के चालक मंगलवार को भी हड़ताल पर रहे। इससे यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। उन्हें गंतव्य तक जाने के लिए पडरौना सहित अन्य बस स्टेशनों पर घंटों वाहनों का इंतजार करना पड़ा। ट्रक चालक भी आंदोलनरत रहे। राष्ट्रीय राजमार्ग-28 पर कसया जैन धर्म कांटा के पास ट्रक चालकों ने चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। इसके अलावा तमकुहीराज थाना क्षेत्र के मंझरिया में एनएच-28 जाम कर प्रदर्शन किया। चालकों ने नए कानून को काले कानून की संज्ञा दी और इसमें संशोधन की मांग की। मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद जाम खुलवाया। अवध एक्सप्रेस दो घंटे और कामाख्या-कटरा एक्सप्रेस एक घंटा विलंब से पहुंची। कन्फर्म टिकट के लिए भी यात्री परेशान रहे।
रोडवेज की सभी बसें खड़ी रहीं वर्कशॉप में, स्टेशन पर इंतजार करते रहे यात्री
नए मोटर व्हीकल एक्ट के विरोध में रोडवेज के बस चालक भी हड़ताल पर रहे। पडरौना बस स्टेशन पर खड़ी सभी बसों को छावनी स्थित वर्कशॉप पर ले जाकर खड़ी कर दिए। गोरखपुर, लखनऊ सहित अन्य शहरों के लिए बस स्टेशन पर यात्री घंटों इंतजार के बाद दूसरे वाहनों से गंतव्य को रवाना हुए। पडरौना डिपो के एआरएम राकेश कुमार ने बताया कि बस चालकों की अघोषित हड़ताल के कारण रोडवेज की बसें खड़ी हैं। जब तक चालक हड़ताल से वापस नहीं आ जाते, तब तक बसों का संचालन कर पाना संभव नहीं है।