फिल्म निर्देशक रीमा दास की राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म ‘विलेज रॉकस्टार्स’ को 91वें अकादमी पुरस्कारों में विदेशी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म की श्रेणी में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया है.
फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (एफएफआई) ने शनिवार को इसकी घोषणा की. 91वां आॅस्कर अवार्ड समारोह 24 फरवरी 2019 को आयोजित होने वाला है.
यह फिल्म असम के छायगांव, जो कि फिल्मकार रीमा दास का अपना गांव भी है, में रहने वाली गरीबी में पली-बढ़ी लड़की धुनू की कहानी है जो एक रॉक बैंड बनाने और किसी दिन अपना इलेक्ट्रॉनिक गिटार हासिल करने के अपने सपने से पीछे नहीं हटती.
फिल्म में बनीता दास, बसंती दास और मानबेंद्र दास ने मुख्य भूमिकाओं में हैं. असमी भाषा की यह फिल्म पिछले साल ही बनकर तैयार हो गई थी और तकरीबन एक साल बाद इस महीने की 28 तारीख़ का रिलीज़ होने वाली है.
संजय लीला भंसाली की ‘पद्मावत’, आलिया भट्ट अभिनीत ‘राज़ी’, रानी मुखर्जी अभिनीत ‘हिचकी’, शूजित सरकार की ‘अक्टूबर’, तबरेज़ नूरानी निर्देशित ‘लव सोनिया’, अक्षय कुमार की ‘पैडमैन’, अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर की ‘102 नॉट आउट’, ‘तुम्बड़’, ‘हल्का’, ‘कड़वी हवा’, ‘गुलाबजाम’, ‘महानति’, ‘पीहू’, ‘भोगड़ा’, ‘रीवा’, ‘बाइस्कोपवाला’, ‘भयानकम’, ‘अज्जी’, ‘न्यूड’, ‘गली गुलियां’ और हाल में प्रदर्शित नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी की ‘मंटो’ उन 29 फिल्मों की सूची का हिस्सा थी, जिसे अगले साल के ऑस्कर के लिए सौंपा गया था.
इस घोषणा से खुश दास कहती हैं कि ‘विलेज रॉकस्टार’ के चुने जाने से पूर्वोत्तर के फिल्म निर्माताओं की एक बड़ी पहचान मिली है.
दास का कहना है कि, ‘बहुत अच्छा लग रहा है. इसे बताने के लिए मेरे पास ज़्यादा शब्द नहीं हैं. पूरी यात्रा किसी परी कथा के समान है. यह पूर्वोत्तर के लिए एक बड़ी पहचान है और मुझे लगता है कि चयनित होने वाली यह पहली असमिया फिल्म है. इसलिए मेरा मानना है कि इससे क्षेत्र के फिल्मकारों के लिए बड़ा बदलाव आएगा.