इटावा। लोक आस्था का महापर्व छठ की धूम पूरे देश में दिख रही है।सोमवार को नगर पालिका के सौजन्य से यमुना तट पर बने छठ घाट पर दर्जनों महिलाओं ने शाम 5:35 सूर्यास्त के समय अस्ताचलगामी सूर्य के अर्ध्य दिया। शाम के अर्घ्य के दौरान भक्त ठेकुआ, फल और जल से सूर्य को तर्पण दिया।
नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती ज्योति गुप्ता के निर्देशन में यमुना तट पर स्वच्छता के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं जिसमें चेंजिंग रूम से लेकर लाइट की भी व्यवस्था की गयी है नगर पालिका स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एम्बेसडर आलोक दीक्षित नगरपालिका की टीम के साथ घाट पर मौजूद रहे।छठ महापर्व का कठिन अनुष्ठान यानी 36 घंटे का निर्जला व्रत आरंभ हो चुका है।
चार दिवसीय छठ महापर्व के दूसरे दिन कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि(रविवार)को व्रती महिलाओं ने पवित्रता,श्रद्धा व भक्ति के साथ खरना पूजन किया।शाम को शुभ मुहूर्त में छठी माता की पूजा-अर्जना के बाद गुड़ की खीर,रोटी,केला आदि का भोग लगाया।
फिर पूरे परिवार के साथ प्रसाद ग्रहण किया।श्रीमती सुनीता मिश्रा सहित महिलाओं ने हे छठी मइया सुन लो अरजिया हमार जैसे छठ के भजन भी गाए।बता दें कि खरना को आत्मशुद्धि का दिन माना जाता है।यह दिन संयम,तपस्या और भक्ति का प्रतीक है। रविवार सुबह ही व्रतियों ने स्नान,ध्यान के बाद लंबा सिंदूर लगाया।
दिन भर उपवास के बाद शाम को मिट्टी के चूल्हे पर शुद्धता और पवित्रता के साथ रसियाव भात या गुड़ की खीर,रोटी व पूड़ी का प्रसाद बनाया।छठी माता को भोग लगाया। मान्यता है कि खरना पूजन से सूर्य देव और छठी माता व्रतियों को सुख,समृद्धि, आरोग्य का आशीर्वाद देती हैं।





