अवधनामा संवाददाता
गर्भवती महिलाओं व बच्चों को टीकाकरण में हो रही परेशानी
मथौली बाजार, कुशीनगर। गांवों में स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है, लेकिनजिम्मेदारों की अनदेखी आम लोगों पर भारी पड़ती दिख रही है। विकास खंड मोतीचक के गांवों में बनाए गए अधिकांश एएनएम सेंटर देखरेख के अभाव में दुर्व्यवस्था के शिकार हो गए हैं। ऐसा ही मामला लक्ष्मीपुर व नरायनपुर में बने एएनएम सेंटर की है। देखरेख के अभाव में जर्जर हो गया है और जिम्मेदार मौन है।
बता दें कि चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराने के लिए गांवों में लाखों रुपए खर्च कर एएनएम सेंटर बनाए गए है। वर्तमान समय में एएनएम सेंटर कहीं जर्जर तो कहीं बेकार पड़े हैं। विकास खंड मोतीचक के ग्राम पंचायत लक्ष्मीपुर व नरायनपुर सहित अन्य जगहों में स्थापित अधिकांश एएनएम सेंटर बदहाल व जर्जर हो गया है। बानगी के तौर नरायनपुर में बना सेंटर का खिड़की, दरवाजे गायब है। भवन भी जर्जर हो गया है, फर्स टूटकर बिखर गया है। सेंटर में हर तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ है, चारों तरफ झाड़ियां उग गई हैं। इसी तरह लक्ष्मीपुर में बने एएनएम सेंटर अभी तक अधूरा ही है। हालत यह है कि जब से यह सेंटर बना है तब से लेकर आज तक इस सेंटर में न एएनएम पहुंची और न ही मरीज। करीब डेढ़ दशक पहले बना यह सेंटर अपने बदहाली पर आंसू बहा रहा है। शौचालय ध्वस्त हो गया है, इंडिया मार्का हैंड पम्प भी खराब पड़ा है। फर्स में ईंट कुटकर ऐसे ही छोड़ दिया गया है। जिसके वजह से उक्त सेंटर से लोगों को स्वास्थय सेवाएं नही मिल पाती है। यही हालत ग्राम पंचायत बरठा व मुड़िला हरपुर स्थित एएनएम सेंटर की है। उल्लेखनीय है कि सरकार द्वारा गांवों में गर्भवती महिलाओं व बच्चों को टीकाकरण व प्रसव के लिए लाखों रुपए खर्च कर एएनएम सेंटर बनवाया गया। अधिकांश सेंटर पर एएनएम रहती ही नहीं, बल्कि टीकाकरण के लिए सप्ताह में सिर्फ एक बार ही आती हैं, जिससे गर्भवती महिलाओं को काफी परेशानी उठानी पड़ती है।
इस संबंध में प्रभारी चिकित्साधिकारी मोतीचक डॉ राजेश कुमार मद्धेशिया ने बताया कि जर्जर एएनएम सेंटरो की सूचना सीएमओ को दे दिया गया है, जैसे आदेश प्राप्त होगा उक्त सेंटरों को ठीक करा दिया जायेगा।
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