धूल नियंत्रण के लिए एंटी स्मॉग गन और वॉटर टैंकर से हो रहा छिड़काव
आगरा। पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए मेट्रो ने शहर में चल रहे निर्माण कार्यों के दौरान धूल उत्सर्जन को नियंत्रित करने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेश की ओर से एमजी रोड सहित विभिन्न निर्माण स्थलों पर लगातार जल छिड़काव और एंटी स्मॉग गन का उपयोग किया जा रहा है।
यूपीएमआरसी का कहना है कि मेट्रो निर्माण के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। निर्माण स्थलों पर व्यवस्थित बैरिकेडिंग की गई है, वहीं निर्माण सामग्री को ग्रीन नेट से ढककर रखा जा रहा है ताकि धूल का उत्सर्जन न्यूनतम रहे। एमजी रोड पर नियमित अंतराल पर वॉटर टैंकर और ट्रक पर लगाई गई एंटी स्मॉग गन के जरिए पानी का छिड़काव किया जा रहा है। इसके साथ ही सड़कों की समय-समय पर मरम्मत कर यातायात को सुगम बनाए रखा जा रहा है।
यूपीएमआरसी के अधिकारियों के अनुसार मेट्रो प्रणाली ज़ीरो कार्बन एमिशन के सिद्धांत पर आधारित है। यह अन्य सार्वजनिक परिवहन साधनों की तुलना में पर्यावरण की सबसे बड़ी मित्र है। मेट्रो ट्रेनें और लिफ्टें रीजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम से सुसज्जित हैं, जिससे ब्रेकिंग के दौरान ऊर्जा का पुनः उपयोग होता है। एयर कंडीशनिंग सिस्टम में एचवीएसी तकनीक का उपयोग कर ऊर्जा की बचत की जाती है, वहीं पूरे मेट्रो नेटवर्क में 100 प्रतिशत एलईडी लाइटिंग लगाई गई है।
जल संरक्षण को ध्यान में रखते हुए वायडक्ट के नीचे विशेष पिट्स की व्यवस्था की गई है, जिससे वर्षा जल का संचयन और पुनः उपयोग संभव हो सके। आगरा मेट्रो का कहना है कि शहर में निर्माण कार्यों के साथ-साथ पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखना उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इसी क्रम में धूल, ध्वनि एवं वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए निरंतर कदम उठाए जा रहे हैं।





