देश मे दलितों पर हो रहे अत्याचारों को रोके सरकार – सांसद सावित्री बाई फुले
प्रशासन पर डॉ0 अम्बेडकर के स्थान पर दूसरे की प्रतिमा लगाने का जड़ा आरोप।
बहराइच।देश की राजनीति में जिन्ना को महापुरुष बताकर हलचल मचाने वाली बहराइच बीजेपी सांसद सावित्री बाई फुले आज दलितों के मुददे पर काफी आक्रमक नज़र आई,उन्होंने बताया पूरे देश मे दलितों पर अत्याचार हो रहे है जिन्हें कोई रोकने वाला नही है,पूरे देश मे बाबा साहब डॉ0 भीमराव अंबेडकर की प्रतिमाओं को छतिग्रस्त किया जा रहा मगर इन लोगों के विरुद्ध कोई कार्यवाही नही हो रही है देश के संविधान निर्माता की प्रतिमाओं के साथ इस तरह की हरकतें शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है।
इस दौरान उन्होने मीडिया को सम्बोधित करते हुए बताया कि जीता जागता सबूत है जनपद के मटेहीकला गाँव मे अम्बेडकर पार्क में स्थापित बाबा साहब की प्रतिमा को माह फरवरी में कुछ लोगों द्वारा छतिग्रस्त कर दिया गया था जिसकी सूचना संबंधित थाना मोतीपुर तथा एसडीएम को दी गई मगर नामजद अभियुक्तों के विरुद्ध आज तक कोई कार्यवाही नही हुई,तथा प्रशासन द्वारा जो दूसरी प्रतिमा को स्थापित कराया गया वो बाबा साहब की प्रतिमा ना होकर किसी अन्य की प्रतिमा लगवा दी गई जिससे स्थानीय लोगो मे दहशत का माहौल उत्पन्न हो गया है।उन्होंने कहा जब इस सम्बंध में थानाध्यक्ष से से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मैने कप्तान साहब के आदेशों का पालन किया है क्षेत्र के बड़े नेताओं का दबाव ज़्यादा है।
15 को धरना प्रदर्शन कर अगली रणनीति बनाकर बड़ा धमाका किये जाने का किया ऐलान।
बहराइच।आज बीजेपी सांसद सावित्री बाई फुले ने प्रेस को बताया कि अगर जल्द ही मटेहिकला में बाबा साहब डॉ0 भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को तोड़ने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध प्रशासन ने कोई कड़ी कार्यवाही नही की तो आगामी 15 मई को नमोबुद्धाय जनसेवा समिति के बैनर तले एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया जाएगा उन्होंने बताया कि अभी तक प्रशासन तथा पुलिस अधिकारियों द्वारा दिये गए आश्वासन के अनुरूप कोई कार्यवाही न होने से बहुजन समाज पूरी तरह से आहत है।
सांसद का राजनीतिक स्टंट या बीजेपी की कोई राजनीतिक रणनीति तो नही।
बहराइच।जनपद में अपने ही सरकार के के अधिकारियों कर्मचारियों के विरुद्ध समय समय पर मोर्चा खोलने वाली बीजेपी सांसद सावित्री बाई फुले का कही ये कोई नया राजनीतिक स्टंट तो नही या भारतीय जनता पार्टी का कोई नया राजनीतिक पहलू हो,जनता का मानना है कि एक ओर जहां बीजेपी के द्वारा जिन्ना का विरोध हो रहा हो और इसी पार्टी की एक तेज़तर्रार सांसद जिन्ना को ये काहे की जिन्ना महापुरुष थे है और रहेंगे और उनके विरूद्ध बीजेपी कोई कार्यवाही न करे,वही सांसद द्वारा प्रदेश और देश की सरकार पर दलितों पर हो रहे उत्पीड़न को न रोक पाने का आरोप दलितों की लड़ाई लड़ने की बात करने वाली सांसद को अगर अपनी की सरकार पर भरोसा नही तो बीजेपी से इस्तीफा देकर क्यो नही दलितों के सम्मान में अपना पद त्याग रही जिसको जनता अब सांसद का ये कोई नया राजनीतिक स्टंट लग रहा है वही अपने सांसद द्वारा सरकार पर हमलावर होने पर भी पार्टी विरोधी गतिविधियों के तहत बाहर का रास्ता ना दिखाना भी कही न कही बीजेपी का कोई नया राजनीतिक समीकरण लग रहा है।