गर्मी से बचने का किया देसी जुगाड़ नहीं हुआ गर्मी का अहसास

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अवधानामा संवाददाता

मौदहा हमीरपुर। मई-जून के महीनें में बुन्देलखण्ड में आसमान से आग बरसने लगती है और अगर ऐसे में बिजली बेवफाई करनें लगे तो कल्पना करिये लोगों का क्या हाल होता होगा।लू, तेज धूप व तपन के कारण आमजन का सड़कों पर निकलना चलना मुश्किल हो जाता है। भीषण गर्मी व लू से बचाव के लिए लोग घरों में दुबक कर दिन गुजारते रहे। लम्बे समय के लिए विद्युत आपूर्ति ठप्प होने के कारण गर्मी एवं लू से बचाव के लिए मौदहा के लोगों नें देसी जुगाड़ अपनाकर गर्मी से बचाव किया।
कस्बे के मोहल्ला हैदरगंज स्थित गांसी कुंआ के लोगों ने गर्मी से बचने के लिए पेड़ की छांव के निचे बैठकर बोरे की चादर बनाकर उसे चारों ओर लटका ली और उसमें पानी डालकर ठंडी हवा लेकर गर्मी से बचाव करते दिखे, जिससे एसी की तरह ठंडी हवा मिलती रही, जो मोहाल में पूरा दिन चर्चा का विषय बना रहा। वहीं मोहाल निवासी गनी पठान ने बताया की विद्युत विभाग द्वारा एक दिन की विद्युत आपूर्ति ठप्प रहने की सूचना समाचार के माध्यम से मिली की एक मई को पूरा दिन नगर में लाइट नहीं रहेगी, जिससे अब पूरा दिन काटने के लिए कहा जाए और कहा बैठे इसकी समस्या पैदा हो गई। इसी बीच दिमाग में एक विचार आया की पेड़ के निचे बैठकर चारों ओर से बोरा की चादर बनाकर लटका दी जाए और उसमें पानी डालें जिससे उससे कई देर तक एसी के जैसी ठंडी हवा मिल सकेगी और गर्मी से निजात मिलेगी। उक्त तरीके को बुधवार को अपनाया गया। जो बेहद सरल और लाभदायक साबित हुआ। इसी को देखकर आस-पास के लोग वहां इकट्ठे होने लगे और इस देसी जुगाड़ की तारीफ करते नहीं थक रहे थे। जिसकी मोहाल सहित चारों ओर जमकर सराहना और चर्चा होती रही।

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