अवधनामा संवाददाता
24 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की समाज के लोगों ने सरकार से की मांग।
चोपन/सोनभद्र नगर स्थित काली मंदिर परिसर में मंगलवार को कर्पूरी ठाकुर की 99वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर नाई समाज के कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया और उनके कृतित्वों पर प्रकाश डालते हुए संघर्षो को याद किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर हमेशा गरीबों, मजदूरों, दलितों एवं पिछड़े लोगों के लिए सामंतवादी विचारधारा पोशक के खिलाफ आवाज बुलंद की। कहा कि इस महानायक ने राजनीति को भी जन सेवा की भावना के साथ जिया। उनकी सेवा भावना के कारण ही उन्हें जननायक कहा जाता था, वह सदा गरीबों के हक़ के लिए लड़ते रहे हैं। कहा कि श्री ठाकुर पहले ऐसे व्यक्ति रहे जिन्होंने आर्थिक आधार पर आरक्षरण की वकालत की थी। जिसमें उच्च वर्ग के गरीबों को भी आरक्षण दिलाने की हिमायती थे। डॉ आर के शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती 24 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करे जो कि उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी आगे कहा कि आज युवाओं को जननायक कर्पूरी ठाकुर के विचारों पर चलकर समाजहित में काम करने की जरूरत है। नगर अध्यक्ष चन्दन ठाकुर व मैनेजर शर्मा ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, राजनीतिज्ञ तथा बिहार के मुख्यमंत्री रहे। लोकप्रियता के कारण उन्हें जननायक कहा जाता था। कर्पूरी ठाकुर का जन्म ब्रिटिश भारत में समस्तीपुर के एक गांव पितौंझिया में एक नाई परिवार में हुआ था, जिसे अब कर्पूरीग्राम कहा जाता है। भारत छोड़ो आन्दोलन के समय उन्होंने 26 महीने जेल में बिताए थे। वे सामाजिक रूप से पिछड़ी किन्तु सेवा भाव के महान लक्ष्य को चरितार्थ करती नाई जाति में जन्म लेने वाले इस महानायक ने राजनीति को भी जनसेवा की भावना से जिया। इस मौके पर संतोष शर्मा, नंदलाल शर्मा, अनन्त शर्मा, रामचरण शर्मा, राजन शर्मा, मट्टर शर्मा, नंदू ठाकुर,शेर खान, मैनेजर शर्मा, चंदन ठाकुर,विष्णु शर्मा, दधिबल शर्मा, अनिल शर्मा, कमलेश ठाकुर, विनोद शर्मा, दीपू शर्मा,चंदन शर्मा, श्याम सुंदर शर्मा, रविन्दर शर्मा, संजय शर्मा इत्यादि लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन झल्लन शर्मा ने किया।