अवधनामा संवाददाता
भरुआ सुमेरपुर। कस्बे में 2 वर्ष पूर्व तक 1058 बेसहारा गोवंश संरक्षित होता था लेकिन पिछले वर्ष तथा मौजूदा समय में महज 590 गोवंश कान्हा पशु आश्रय स्थल में संरक्षित हो रहा है। अन्य बेसहारा कहां गया इस पर जिम्मेदार चुप हैं। पशुपालन विभाग का तर्क है कि शेष गोवंश आसपास की पंचायतों में संरक्षित कराया गया है जबकि कस्बे में सैकड़ो गोवंश खुलेआम विचरण करता घूम रहा है। जिम्मेदार इनको बेसहारा नहीं बल्कि पालतू गोवंश बता रहे हैं। गोवंश पूर्णतया संरक्षित न होने से यह मुख्य बाजार सहित कस्बे में जगह जगह दिन भर धमाचौकड़ी मचा रहे है।
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