ग्रेटर नोएडा के जिम्स अस्पताल में एक साल में रेटिनोब्लास्टोमा कैंसर के तीन मामले सामने आए हैं। डॉक्टरों के अनुसार यह कैंसर बच्चों में आम है जिसके लक्षण आंखों में सफेदी या टेढ़ापन के रूप में दिखते हैं। शुरुआती पहचान और समय पर इलाज से बच्चे की जान बचाई जा सकती है। नेत्र रोग विशेषज्ञों से तत्काल परामर्श लेना चाहिए।
ग्रेटर नोएडा। बच्चों के आंखों की पुतली में सफेदी और देखने के दौरान टेढ़ापन है, तो इसे नजरंदाज न करें, यह रेटिनोब्लास्टोमा कैंसर भी हो सकता है। ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान के डॉक्टरों का कहना है कि ऐसी दिक्कतें में शुरुआती लक्षण पता नहीं चल पाते हैं।
अमूमन रेटिनोब्लास्टोमा कैंसर 1000-1500 बच्चों में से किसी एक में मिलता है। यह बीमारी लगभग बच्चों में तीन से चार वर्ष की आयु ही अधिकतर होती है। यह आंख के पिछले हिस्से में मौजूद रेटिना नामक ऊतक की कोशिकाओं से शुरू होता है।
जिम्स के नेत्ररोग विभाग की ओपीडी में एक साल में आए 28 हजार मरीजों में से तीन रेटिनोब्लास्टोमा कैंसर पीड़ित मिले। आंखों में रेटिनोब्लास्टोमा के ट्यूमर बढ़ने के साथ-साथ आंख में दर्द भी हो सकता है, जी मिचलाने या उल्टी भी आ सकती है।
रेटिनोब्लास्टोमा रोग की पहचान के लिए आंख के पर्दे की बारीकी से जांच की जाती है। मरीजों को हर 6-12 महीने में जांच करवाने की सलाह दी गई है। रेटिनोब्लास्टोमा कैंसर आनुवंशिक या गैर-आनुवंशिक दोनों होता है।
अधिकांश स्थितियों में रेटिनोब्लास्टोमा एक वंशाणु में परिवर्तन या उत्परिवर्तन के कारण होता है, जो रेटिनोब्लास्टोमा (आरबी-1) वंशाणु (जीन) के नाम से जाना जाता है। यह कैंसर एक या दोनों आंखों को प्रभावित कर सकता है, इसके उपचार के लिए सर्जरी, कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी का उपयोग किया जाता है। समय पर इलाज से बच्चे का जीवन बचाया जा सकता है, लेकिन शुरुआती पहचान और जागरूकता जरूरी है।
केस-1
करीब तीन वर्षीय बच्चे के आंखों की पुतली में सफेदी और देखने में टेढ़ापन होने की समस्या लेकर अभिभावक जिम्स आए थे, जिसकी जांच करने पर पता चला कि बच्चे के रेटिनोब्लास्टोमा कैंसर के शुरुआती लक्षण हैं। आंखों की पुतली में सफेदी देखने को मिल रही थी।
केस-2
चार वर्षीय बच्चे को अभिभावक जिम्स में आंखों की समस्या को लेकर दिखाने आए थे, स्क्रीनिंग करने पर जानकारी हुई कि बच्चे के आंखों में रेटिनोब्लास्टोमा कैंसर की समस्या है। बच्चे के शुरूआत में देखने के दौरान टेढ़ेपन होने की समस्या थी।
“रेटिनोब्लास्टोमा कैंसर से ग्रसित मामलों में शुरू में कोई लक्षण समझ में नहीं आते हैं। इसके चलते कई बार लोग ध्यान भी नहीं दे पाते हैं। बच्चों के अगर देखने में टेढ़ापन हो रहा हो या फिर पुतली में सफेदी की समस्या हो रही हो तो उसे नजरअंदाज बिल्कुल नहीं करें। तुरंत किसी नेत्ररोग विशेषज्ञ को दिखाकर परामर्श लें।
– प्रो. (डॉ.) कृष्ण कुलदीप गुप्ता, विभागाध्यक्ष नेत्ररोग, जिम्स