एचडीएफसी सिक्योरिटीज़ ने अपने इन्वेस्टिंग ऐप का विस्तार एडब्लूएस पर लाखों ट्रेडर्स तक किया

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भारत के अग्रणी वित्तीय संस्थान ने एडब्लूएस इंडिया का अपना प्राथमिक क्लाउड प्रदाता बनाया, नए एचडीएफसी स्काई इन्वेस्टिंग ऐप का विस्तार वार्षिक आईटी लागत में 50 प्रतिशत की कमी लाते हुए प्रति सेकंड हजारों विनिमय संभालने के लिए किया

मुंबई। अमेज़न.कॉम कंपनी, अमेज़न वेब सर्विसेज़ (एडब्लूएस) ने आज घोषणा की कि भारत में अग्रणी इन्वेस्टमेंट सेवा प्रदाताओं में से एक, एचडीएफसी सिक्योरिटीज़ लिमिटेड ने अपना नया मोबाईल ट्रेडिंग ऐस, एचडीएफसी स्काई का लॉन्च दुनिया के सबसे विस्तृत और व्यापक क्लाउड पर कर दिया है। एचडीएफसी स्काई विश्व में 75 मिलियन ग्राहकों, और सभी एचडीएफसी ग्रुप कंपनियों, निवेशकों, और ट्रेडर्स को सेवाएं देता है, और शेयर, कमोडिटीज़, फ्यूचर्स, करेंसीज़, इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग्स (आईपीओ), म्यूचल फंड्स, एवं एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) की यूज़र-फ्रेंडली ट्रेडिंग संभव बनाता है। ट्रेडिंग को निवेशकों के लिए ज्यादा पारदर्शी और आसान बनाने के लिए एचडीएफसी स्काई फ्लैट प्राईसिंग मॉडल पर काम करता है, और ट्रेडर्स से एक निश्चित, पूर्व निर्धारित शुल्क लेता है, फिर चाहे वो कितनी भी राशि का निवेश करें या फिर कितनी भी बार विनिमय करें। एडब्लूएस को अपना प्राथमिक क्लाउड प्रदाता बनाकर एचडीएफसी सिक्योरिटीज़ मोबाईल ट्रेडिंग पसंद करने वाले टेक्नॉलॉजी के जानकार एवं बढ़ते हुए रिटेल निवेशकों को एक सुरक्षित, स्थिर एवं लो लेटेंसी ट्रेडिंग सेवा प्रदान कर रहा है। एडब्लूएस पर निर्मित, एचडीएफसी स्काई निवेशकों को प्रति सैकंड हजारों विनिमयों की दर से स्टॉक मार्केट की पहुँच प्रदान करता है। एडब्लूएस के साथ एचडीएफसी सिक्योरिटीज़ परिसर युक्त इन्फ्रास्ट्रक्चर के मुकाबले अपने वार्षिक इन्फ्रास्ट्रक्चर और मैनेजमेंट की लागत में 50 प्रतिशत की कमी लेकर आएगा।
रिटेल निवेशक भारत में कुल ट्रेडिंग बाजार के 36 प्रतिशत के बराबर हैं। एचडीएफसी सिक्योरिटीज़ अपने परिसरयुक्त इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ इन ट्रेड्स द्वारा निर्मित तेजी से बढ़ते विनिमयों के साथ विस्तार करना चाहता है। एचडीएफसी स्काई की स्थिर रूप से उच्च परफॉर्मेंस सुनिश्चित करने और ग्राहकों को सुगम एवं तीव्र ट्रेडिंग का अनुभव प्रदान करने के लिए, एचडीएफसी सिक्योरिटीज़ ने अपने मुख्य वर्कलोड को अमेज़न इलास्टिक कंप्यूट क्लाउड (अमेज़न ईसी2) पर माईग्रेट किया। यह वेब सेवा क्लाउड में सुरक्षित और रिसाईज़ेबल कंप्यूट क्षमता प्रदान करती है। अमेज़न इलास्टिक कुबरनेट्स सर्विस (अमेज़न ईकेएस), जो कंपनियों को क्लाउड में कुबरनेट्स सर्विस शुरू करने, संचालित करने, और स्केल करने का लचीलापन देती है, इस सर्विस के साथ एचडीएफसी सिक्योरिटीज़ ने ईक्विटीज़, डेरिवेटिव्स, कमोडिटीज़, आईपीओ, बॉन्ड्स, और यू. एस. इन्वेस्टिंग में नई मोबाईल ट्रेडिंग सेवाओं, जैसे एचडीएफसी स्काई का निर्माण किया, ताकि ग्राहक अपनी वैल्थ बढ़ा सकें। क्लाउड पर आधारित बिग डेटा सेवा अमेज़न ईएमआर और क्लाउड डेटा वेयरहाउस, अमेज़न रेडशिफ्ट के साथ एचडीएफसी सिक्योरिटीज़ सुरक्षित रूप से एचडीएफसी स्काई पर ट्रेड इन्फॉर्मेशन का विश्लेषण कर सकता है और ग्राहकों को रिस्क मैनेजमेंट डेटा, जैसे मार्जिन और पोज़िशंस प्रदान कर सकता है, ताकि ट्रेडिंग के निर्णय ज्यादा तेजी से हों। एडब्लूएस एशिया पैसिफिक (मुंबई) रीज़न और एडब्लूएस एशिया पैसिफिक (हैदराबाद) क्षेत्र की मदद से एचडीएफसी सिक्योरिटीज़ को बेहतर परफॉर्मेंस, सिक्योरिटी, विश्वसनीयता, और स्केल का लाभ मिलता है, जिससे बिज़नेस की निरंतरता और आपदा से रिकवरी सुनिश्चित होती है, तथा वित्तीय सेवा उद्योग में आवश्यक डेटा रेसिडेंसी प्रिफरेंस और डेटा सुरक्षा के स्तर बने रहते हैं।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज़ में चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर और डिजिटल ऑफिसर, संदीप भारद्वाज ने कहा, ‘‘एडब्लूएस ने हमें एचडीएफसी सिक्योरिटीज़ में बिल्डर्स की संस्कृति का निर्माण करने में मदद की और हमें तेजी से प्रयोग करने में समर्थ बनाया ताकि हम अपने ग्राहकों के लिए इनोवेट कर सकें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अपने ग्राहकों को सुगम अनुभव प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है, और एडब्लूएस की स्केलेबिलिटी एवं विश्वसनीयता की मदद से हमने टेक्नॉलॉजी के जागरुक तेजी से बढ़ते हुए ग्राहकों को सुगमता से सेवाएं प्रदान की हैं। हमें खुशी है कि हमने एचडीएफसी स्काई जैसी अग्रणी सेवाओं की मदद से अपना ‘टाईम-टू-मार्केट’ काफी कम कर दिया है, और बाजार का नेतृत्व करते हुए अपने ग्राहकों को संपत्ति निर्माण करने में मदद करने के लिए समर्थ बने हैं।’’
एचडीएफसी सिक्योरिटीज़ अपने ग्राहकों को बेहतर सेवाएं देने और उन्हें ज्यादा पर्सनालाईज़्ड और टेलर्ड अनुभव प्रदान करने के लिए एडब्लूएस पर मशीन लर्निंग (एमएल) का उपयोग करने की संभावनाएं तलाश रहा है। कंपनी एडब्लूएस की जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस (जनरेटिव एआई) प्रस्तुतियों द्वारा इंटैलिजेंट डॉक्युमेंट प्रोसेसिंग पाईपलाईंस भी देख रही है, ताकि ग्राहक की ऑनबोर्डिंग और सर्विसिंग के अनुभवों में सुधार लाया जा सके।
एडब्लूएस इंडिया और साउथ एशिया की डायरेक्टर एवं कंट्री लीडर, कमर्शियल सेल्स, वैशाली कस्तूरी ने कहा, ‘‘साउथ एशिया में फाईनेंशियल सर्विसेज़ उद्योग जटिल रिटेल निवेशकों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए क्लाउड टेक्नॉलॉजी और एआई की मदद से तेजी से अनुकूलित हो रहा है।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘एचडीएफसी सिक्योरिटीज़ मांग के साथ संसाधनों को स्केल कर सकता है और इसके पास इनोवेटिव इन्वेस्टर सर्विसेज़ के विकसित होते संग्रह का निर्माण करने के लिए एडब्लूएस के साथ टूल्स मौजूद हैं। इसके अलावा, हमारे एडब्लूएस मुंबई और हैदराबाद इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्रों का उपयोग कर, भारत का यह अग्रणी फाईनेंशियल सर्विसेज़ प्रदाता रैगुलेटरी अनुपालनों, डिज़ास्टर रिकवरी (डीआर) और डेटा प्रोटेक्शन जरूरतों को पूरा कर सकता है, जो इसे सुरक्षित रूप से इनोवेट करने के लिए जरूरी हैं।’’
एडब्लूएस भारत में ग्राहकों और स्थानीय समुदायों के प्रति दीर्घकालिक प्रतिबद्धता रखता है, और यह 2016 से 2022 के बीच देश में 3.7 मिलियन अमेरिकी डॉलर (30,900 करोड़ रु.) का निवेश कर चुका है। एडब्लूएस ने भारत में दो रीज़न – एडब्लूएस एशिया पैसिफिक (मुंबई) रीज़न 2016 में और एडब्लूएस एशिया पैसिफिक (हैदराबाद) रीज़न 2022 में लॉन्च किया। 2030 तक एडब्लूएस लोकल क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर में 12.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगा, जिसके बाद 2030 तक भारत में एडब्लूएस का कुल निवेश बढ़कर 16.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर (1,36,500 करोड़ रु.) हो जाएगा। ये निवेश इनोवेशन में तेजी लाकर उत्पादकता बढ़ाएंगे, जिससे 2030 तक भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 23.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर (1,94,700 करोड़ रु.) का योगदान मिलेगा। एडब्लूएस 2017 से भारत में 4 मिलियन से ज्यादा लोगों को क्लाउड स्किल्स का प्रशिक्षण दे चुका है।
कार्बन उत्सर्जन को कम करने के सबसे प्रभावशाली तरीकों में से एक रिन्यूएबल एनर्जी का उपयोग है, और 2022 में अमेज़न द्वारा अपनी 90 प्रतिशत बिजली रिन्यूएबल एनर्जी स्रोत से प्राप्त की गई। दुनिया में रिन्यूएबल एनर्जी के सबसे बड़े कॉर्पोरेट खरीददार के रूप में अमेज़न ने विश्व में 400 से ज्यादा रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स की घोषणा की है, और यह 2025 तक अपने 100 प्रतिशत ऑपरेशन रिन्यूएबल एनर्जी की मदद से चलाने की ओर बढ़ रहा है। अमेज़न भारत में छः यूटिलिटी स्केल रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स, तीन सोलर और तीन विंड-सोलर हाईब्रिड्स में निवेश कर चुका है, जिनकी संयुक्त रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता 920 मेगावॉट है। ये रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट भारत में अमेज़न के कॉर्पोरेट ऑफिसेज़, फुलफिलमेंट सेंटर्स, और डेटा सेंटर्स को ऊर्जा की आपूर्ति करेंगे।

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