अवधनामा संवाददाता
लखीमपुर-खीरी -लखीमपुर नगर पालिका चुनाव बेहद दिलचस्प माना जा रहा है चुनावी गलियों में प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत को लेकर जनता जर्नादन के पास पहुंच रहें और अपनी जीत दर्ज कराने का दावा कर रहें हैं। उधर पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष रहे ज्ञान प्रकाश बाजपेई ने पिछले कई दिनों से पहले सपा फिर कांग्रेस छोड़ी अब वे फिर से भाजपा में शामिल हो गए हैं उन्होंने भाजपा में शामिल होने के पीछे का कारण पार्टी के प्रति पूर्ण निष्ठा होना बताया है उन्होने कहा मैं भारतीय जनता पार्टी में पहले भी लगभग 11 वर्षों तक रहा हूं। हालांकि लता बाजपेई का नामांकन पत्र खारिज होने के बाद से ज्ञान प्रकाश की सपा में वापसी की चर्चाएं आम थी लेकिन बुधवार को उन्होंने भाजपा का दामन थाम सारे सवालों पर पूर्ण विराम लगा दिया नगर पालिका लखीपुर अध्यक्ष पद के लिए समाजवादी पार्टी से प्रबल दावेदारों की लंबी फेहरिस्त में ज्ञान प्रकाश बाजपेई की पुत्रवधू लता बाजपेई का भी नाम चल रहा था.लेकिन पार्टी ने उनका टिकट काटकर हाल ही में बसपा छोड़ सपा में शामिल हुए मोहन बाजपेई की पत्नी रमा मोहन बाजपेई पर अपना भरोसा जताया सपा से टिकट न मिलने पर ज्ञान प्रकाश बाजपेई ने सपा से बगावत कर कांग्रेस का दामन थाम लिया और अपनी पुत्रवधू लता बाजपेई का नामांकन कांग्रेस पार्टी से करा दिया। हालांकि लता बाजेपई का नामांकन आपत्तियों के चलते खारिज हो गया। जिसके बाद बुधवार की सुबह भाजपा जिलाध्यक्ष ने ज्ञान प्रकाश बाजपेई को पार्टी में शामिल कराया ज्ञात हो समाजवादी पार्टी से टिकट ने मिलने पर लगभग 20 वर्षों से पार्टी में कार्यरत रहीं पारूल गुप्ता ने अभी बीते दिनों ही भाजपा का दामन थामा था। वहीं भाजपा में लगभग 20 से 21 वर्षों से पूर्ण निष्ठा के साथ जुड़ी रही डॉ. इरा श्रीवास्त ने 17 अप्रैल को निर्दलीय नामांकन कराकर भारतीय जनता पार्टी के प्रति बगावत के सुर तेज कर दिये और पार्टी से त्यागपत्र भी दे दिया। चुनावी रण में अब डॉ. इरा श्रीवास्तव निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में हैं।