Thursday, May 2, 2024
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गीता मानवता के लिए आध्यात्मिकस्तंभ: द्रौपदी मुर्मू

कुरूक्षेत्र। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू हरियाणा में:कुरूक्षेत्र में गीता महोत्सव में पहुंची; रोडवेज में ई-टिकटिंग, सिरसा मेडिकल कॉलेज और मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सर्वेक्षण योजना की शुरूआत
कुरुक्षेत्र। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु मंगलवार को पहले हरियाणा दौरे पर कुरूक्षेत्र पहुंची हुई हैं। हरियाणा आने पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और सीएम मनोहर लाल ने उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति ने कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2022 का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने यहां हरियाणा सरकार की 3 योजनाओं की शुरूआत की। इसके बाद वह एनआईटी के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेने पहुंची हैं। यहां बच्चों को डिग्रियां प्रदान की।
कुरुक्षेत्र आकर गौरवान्वित
राष्ट्रपति ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में शामिल होकर बहुत खुशी हो रही है। कुरुक्षेत्र के तट पर बनी सरस्वती नदी पर वेदों पुराणों को लिपि बंद किया गया था। कहा कि मैं अपने आप को बहुत गौरवान्वित महसूस करती हूं कि श्री कृष्ण की भूमि कुरुक्षेत्र से मुझे हरियाणा का अपना पहला सफर शुरू करने का अवसर मिला। महाभारत के उस क्षेत्र की तुलना स्वर्ग से की जाती है। जो लोग कुरुक्षेत्र में निवास करते हैं वह साक्षात स्वर्ग में निवास करते हैं। राष्ट्र पिता महात्मा गांधी ने भी गीता के बताए हुए मार्गदर्शन पर चलकर देश का भला किया है। गीता पर उन्होंने अपनी कई कविताएं भी लिखी हैं।
राष्ट्रपति ने मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सर्वेक्षण योजना का शुभारंभ किया और सिरसा जिले में 21 एकड़ भूमि पर बनने वाले चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि मुझे गीता में कही हुई बातें याद दिलाती हैं कि लोगों के हित में काम करना चाहिए, जो यह दोनों योजना कर रही हैं। इन दोनों योजनाओं के लिए राज्य सरकार की प्रशंसा करती हूं।
गीता मानवता के लिए आध्यात्मिक स्तंभ
उन्होंने कहा कि गीता एक अंतरराष्ट्रीय पुस्तक है, जिसका अनुवाद पर ही भाषाओं में किया जा चुका है। यह एक प्रसिद्ध और लोकप्रिय ग्रंथ है। जितने कविताएं गीता पर लिखी गई है शायद ही किसी और पर लिखी गई हो। जिस तरह पूरे विश्व को योग भारत की देन है उसी तरह गीता मानवता का संदेश देने में पूरे विश्व में पहले नंबर पर है। यह पूरे विश्व के लिए आध्यात्मिक स्तंभ है। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि गीता वीरता को अपनाने का संदेश देती है।
हरियाणा रोडवेज में ई-टिकटिंग की शुरुआत
राष्ट्रपति ने हरियाणा परिवहन में ई-टिकटिंग प्रणाली का शुभारंभ किया। इसके बाद 6 डिपो चंडीगढ़, करनाल, फरीदाबाद, सोनीपत, भिवानी और सिरसा में ई-टिकटिंग के तहत बसों में टिकटें दी जाएंगी। हरियाणा रोडवेज के शेष 18 डिपो में जनवरी 2023 के अंत तक परियोजना को पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि हरियाणा के जवानों किसानों और खिलाडिय़ों ने गीता को अपने जीवन में अपना कर हरियाणा और देश को गौरवान्वित किया है। हरियाणा को देश व विदेशों में विख्यात करने वाली बहन बेटियों से भी मिलने का निर्णय लिया है। हरियाणा की बेटियां अपने देश का तिरंगा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लहरा रही हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भी कहा था कि मुझे जन्म देने वाली मेरी माता तो चली गई लेकिन गीता माता मेरे पास है, जिसके पास मैं संकट के समय जाता हूं।
गीता विपरीत परिस्थितियों में उत्साह बढ़ाने वाला ग्रंथ
उन्होंने कहा कि गीता को समझने वाले लोगों को लिए किसी अन्य वेद या पुस्तक को पढऩे की जरूरत नहीं। गीता की रचना करने के बाद वेद व्यास ने लिखा था गीता को ही विस्तार से समझाना चाहिए, उसके बाद अन्य शास्त्रों में जाने की आवश्यकता नहीं है। गीता में यह बताया गया था कि फल की इच्छा का त्याग करना है साथ में आलस्य का भी त्याग करना है। निस्वार्थ भाव से रहना ही सही मार्ग है। गीता विपरीत परिस्थितियों में उत्साह बढ़ाने वाला ग्रंथ है। गीता को घर-घर गांव गांव गली गली पहुंचाने का प्रयास किया जाए।
सिरसा में मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी
इसके साथ ही राष्ट्रपति ने सिरसा जिले में 21 एकड़ भूमि पर बनने वाले चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल की भी आधारशिला रखी है। मेडिकल कॉलेज करीब 950 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होगा।
ई-टिकटिंग से यह फायदा
नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड पूरे भारत में यात्रा के लिए अलग-अलग इस्तेमाल किया जाएगा। हरियाणा ने तेजी से काम करते हुए सबसे पहले लागू किया है। इस कार्ड को भविष्य में मेट्रो, बस, ट्रेन आदि के सफर में इस्तेमाल किया जाएगा। ट्रांसपोर्ट की करीब-करीब विकल्पों के लिए इस कार्ड का इस्तेमाल होगा। इससे राजस्व लीकेज पूरी तरह रूकेगी।
हरियाणा रोडवेज में छूट प्राप्त करने वाले लोगों की पहचान हो सकेगी। इसके अतिरिक्त फर्जी पास पर चलने वालों पर रोक लगाई जा सकेगी। डिजिटली डेटा मिलने से जिस रूट पर ज्यादा यात्री हैं। वहां पर बसों का आसानी से संचालन किया जा सकेगा। कार्ड आधारित भुगतान मॉडल होगा, जिससे ऑफलाइन व क्रेडिट, डेबिट व प्रीपेड कार्ड से भुगतान हो सकेगा।

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