छठ महापर्व की छटा से रोशन हुए घाट, व्रती महिलाओं ने दिया अर्ध्य

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अवधनामा संवाददाता (शकील अहमद)

ताल, तलैया, नदी और पोखरों के किनारे छठ घाटों पर आस्था का सैलाब
छठ घाटों पर सुरक्षा का रहा पुख्ता इंतजाम
कुशीनगर। छठ महापर्व के तीसरे दिन रविवार को अस्ताचलगामी सूर्य को व्रती महिलाओं ने अर्ध्य दिया। आज उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही सूर्यउपासना का महापर्व छठ सम्पन्न हो जायेगा। व्रती महिलाओं ने पूजा-अर्चना कर सुख, शांति व समृद्धि की कामना की। छठ घाटों पर मेले जैसा माहौल था। सुरक्षा के मद्देनजर अफसर जहां छठ घाटों का निरीक्षण करते रहे वही स्थानीय पुलिस छठ घाटों पर मुस्तैद रही। बता दें कि लोक आस्था और सू्र्य उपासना के पर्व चैती छठ के तीसरे दिन रविवार को व्रती महिलाओं ने भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य दिया गया। जिले  के सभी छठ घाटों पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्ताचलगामी होने वाले भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया और पूजा-अर्चना की।
उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ होगा समापन
खरना के साथ ही व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो गया। पर्व के चौथे और अंतिम दिन यानी आज सोमवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद श्रद्धालुओं का व्रत संपन्न हो जाएगा। इसके बाद व्रती अन्न-जल ग्रहण कर ‘पारण’ करेंगी। हिंदू परंपरा के अनुसार, कार्तिक और चैत्र माह में छठ व्रत का आयोजन होता है। इस दौरान व्रती भगवान भास्कर की अराधना करते हैं।
युवाओं में सेल्फी का दिखा क्रेज
पूजन सामग्री के साथ युवाओं ने खूब सेल्फी ली। इस दौरान बच्चों ने भी परिवार के साथ सेल्फी ली। बच्चों ने पूजन सामग्री को सिर पर रखकर भी सेल्फी ली। साथ ही युवाओं ने सेल्फी और फोटो को सोशल साइट पर अपलोड किया। फेसबुक, व्हाट्सएप के अलावा इंस्टाग्राम पर भी सेल्फी का खूब क्रेज दिखाई दिया। लोगों में छठ व्रत को लेकर काफी उत्साह भी नजर आया।
छठ गीतों की रही धूम
छठ की संध्या अर्ध्य को लेकर जगह-जगह छठ गीत से पूरा वातावरण गुंजयमान रहा। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में संध्या अर्ध्य को लेकर छठ घाटों पर भारी भीड़ रही। छठ की बात हो और साथ में परम्परागत लोक गीतों की बात न हो तो पर्व की बात करना बेमानी हो जायेगा। छठ गीतों की लय कान में पड़ते ही हर कोई बरबस ही गुनगुना उठा तो सोशल साइट पर दर्जनों कलाकारों के गीत मौजूद हैं। महापर्व पर बजने वाला देवी गीतो में “जल्दी जल्दी उगी न हे सुरुज देव…अरधा के बेर… गीत हो या कांच ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाय…हर गीत लोक आस्था और पर्व की महत्ता को रेखांकित करता है।
डीएम व एसपी ने किया निरीक्षण
जिलाधिकारी एस राजलिंगम व पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल अपर जिलाधिकारी देवी दयाल वर्मा ने हाटा, कसया, पडरौना, खड्डा सेवरही समेत जिले के विभिन्न छठ घाटों का मौके पर पहुंचकर जायजा लिया। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर संतोष जताते हुए मौके पर उत्पन्न होने वाली समस्याओं के निराकरण के भी निर्देश दिए।
घाटों पर आस्था का सैलाब
सूर्योपासना के महापर्व छठ पूजा के अवसर पर सेवरही, हाटा, कसया, कप्तानगंज, खड्डा तहसील क्षेत्र के सैकड़ों घाटों पर रविवार की सायं छठव्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। इस दौरन घाटों पर उमड़ी आस्था का सैलाब भगवान आदित्य को नमन करता रहा।
पानी में तैरते दीये से जगमग हो उठे घाट
छठ पूजन के अवसर पर गांव से लेकर शहर तक घाटों पर श्रद्धा का सैलाब दिखा। जिले के प्रमुख बाजार व कस्बों समेत नगरीय क्षेत्र के रंग-बिरंगी रोशनी से नहा उठे घाटों का नजारा देखने लायक था। भक्ति भाव से ओत प्रोत हर कोई बस भगवान भाष्कर की ओर ही निहार रहा था। आंखों से ओझल होने तक टकटकी लगाए व्रती महिलाएं पानी में खड़ा होकर अर्घ्य दे रही थीं। क्षण भर में ही हर ओर पानी में तैरते दीयों से जगमग हो रहे घाटों की शोभा आकर्षण का केंद्र बनी रही। सुरक्षा की बाबत सभी घाटों पर पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
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