Wednesday, May 8, 2024
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जमीन दिलाने के नाम पर जालसाजों ने लाखों ठगे

अवधनामा संवाददाता

पीड़ित ने शिकायती पत्र देकर एसएसपी से लगाई न्याय की गुहार

अयोध्या। नगर कोतवाली के अंतर्गत पीड़ित राकेश जायसवाल मूलरूप से कोलकाता (बंगाल) निवासी है पीड़ित द्वारा एसएसपी अयोध्या को शिकायती पत्र दिया गया है शिकायती पत्र में कहा गया है कि पीड़ित प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में अपना आश्रम बनाना चाहता था, जिसके संदर्भ में पीड़ित को भूमि की तलाश थी उसी दौरान पीड़ित मुलाकात एक महाराज से हुई उन्होने बताया कि मेरे जानने वाले लोग जिनकी शाकुन्तलम ग्रुप के नाम से फर्म है अनुराग द्विवेदी व श्रेयांश चतुर्वेदी नामक व्यक्ति जमीन का व्यापार करते हैं। उसके उपरान्त उन्होने उक्त दोनों लोगों से मेरी मुलाकात करवाई जिसके बाद वे लोग मुझे ग्राम शाहनवाजपुर स्थित भूमि पर ले गये और बताया कि यह जमीन मेरे ग्रुप में एग्रीमेन्ट है। जिसके उपरान्त मुझे भूमि सम्बन्धित कागजात दिये जिसको समझने के बाद मैने उक्त भूमि में 2160 वर्गफुट जमीन गाटा संख्या-512 मे उमाशंकर पुत्र राम सुन्दर निवासी शाहनवाजपुर (माझा) दर्शन नगर तहसील सदर जनपद अयोध्या के द्वारा किये गये बैनामा से लिया जिसमें शाकुन्तलम ग्रुप कि समस्त भूमिका रही। उसके उपरान्त अनुराग द्विवेदी व श्रेयांश चतुर्वेदी द्वारा मुझसे उक्त भूमि की बहारदीवारी बनाने के नाम पर रू. 21000/- रूपया इक्कीस हजार लिया और कहा कि एक और जमीन है हम लोगों के पास उसको भी आप लिखवा लीजिये मैंने उक्त भूमि को भी लेने के लिये सहमति कर दी उसके उपरान्त 08 फरवरी 2022 वो श्रेयांश चतुर्वेदी को 4.70,000/- (रुपया चार लाख सत्तर हजार) मैने आई.सी. सी. आई. बैंक शाखा अमानीगंज से निकाल कर बतौर नगद बयाना स्वरूप श्रेयांश चतुर्वेदी को दिया जिससे उपरान्त उन्होंने कहा कि आप मेरे खाते में भी पैसा डलवा दीजिये तो मैंने अपने भाई को फोन करके श्रेयांश चतुर्वेदी के खाते में 8 फरवरी 2022 का ही रूपया 3,00,000/- रुपया तीन लाख आर.टी.जी.एस के माध्यम से खाते में डलवा दिया फिर अनुराग द्विवेदी ने अपनी फर्म शाकुन्तलम में रूपया 9,00000/- रुपया नौ लाख आर.टी.जी.एस. के माध्यम से खाते में डलवाने को कहा और मैंने यह पैसा भी डलवा दिया। जिसके उपरान्त उक्त दोनों प्रतिवादियों ने मुझे आश्वासन दिया कि उपरोक्त बैनामें की दाखिल खारिज हो जाने के बाद दूसरी भूमि का बैनामा हम लोग आपको करवा देंगे। जिसके बाद मैं अपने घर कोलकाता (बंगाल) चला गया क्योंकि पीड़ित शारीरिक रूप से विकलांग व्यक्ति है और बार-बार आने में असमर्थ भी है। इसी कारण से काफी समय बीत जाने के बाद मैने उक्त दोनों प्रतिवादियों से फोन पर बात की और दूसरी भूमि का बैनामा करवाने के लिए कहा तो यह लोग टाल मटोल करते हुये फोन पर भ्रमित करने लगे फिर मैं लगातार उन लोगों को फोन करता रहा और निवेदन करता रहा कि मेरी दूसरी जमीन का बैनामा करवा दो परन्तु डेढ़ साल होने के उपरान्त भी उक्त प्रतिवादियों ने मुझे न ही भूमि दी और न ही मेरा पैसा वापस कर रहे हैं। पीड़ित ने एसएसपी से गुहार लगाई की मुझे मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है और उसका कोई भी निराकरण दोनों प्रतिवादीगण नहीं करवा रहे हैं। जिससे मैं अपने साथ छल व धोखाधड़ी महसूस कर रहा है और मानसिक रूप से पीड़ित हो रहा है। पीड़ित ने कहा कि जल्द से जल्द आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए और मुझे मेरा पैसा वापस दिलाया जाए।

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