उस्मानपुर गाँव मे भाकियू श्रमिक जनशक्ति की किसान महापंचायत आयोजित
बाराबंकी। किसानो पर हो रहे जुल्म के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन श्रमिक जनशक्ति द्वारा तहसील हैडगढ़ के थाना कोठी क्षेत्र के ग्राम पंचायत मझियावा पोस्ट उस्मानपुर में किसान महापंचायत आयोजित की गई। सगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश यादव व राष्ट्रीय सचिव मोहम्मद सलमान मौजूद रहे। किसान महापंचायत में मुख्य मुद्दा इसी क्षेत्र में प्रशासन द्वारा किसान की खेत मे अवैध पानी की टंकी बनाये जाने का है। जबकि पानी की टंकी बनाये जाने को लेकर सगठन की तरफ से हैडगढ़ एसडीएम से शिकायत कर निष्पक्ष पैमाईश भी कराई गई थी।
गाटा संख्या 196 रक्बा 0,5850 हे0 है जो कि अब्दुल कलाम पुत्र वाहिद खान के नाम से दर्ज जिनकी कुछ जमीन पर पानी टंकी का निर्माण लेखपाल व ग्राम सभा द्वारा जबरन करवाया जा रहा है जबकि पानी टंकी का प्रस्ताव गाटा संख्या194 में किया गया है और टंकी का निर्माण गाटा संख्या 196 हो रहा है जिससे किसान ने 24 सितम्बर 2024 को उपजिलाधिकारी कोट हैदरगढ़ में पक्की पैमाईश के लिए (धारा 24) किया गया था जिसकी पैमाईश 7 जनवरी 2025 को आरआई शिवकुमार व आरआई बांकेलाल ने जमीन की नाप की व पत्थर गढ़वाकर निशान दही करवाया गया उसके बाद भी जमीन की नाप करवाई गई व तीसरी बार RI साहूजी व लेखपाल राहुल कनौजिया ने जमीन की नाप की और 25 फरवरी 2025 को रिपोर्ट लगाई उसमें कुछ बिंदु गलत किए गए है
लेखपाल की गलती पर पर्दा डालने के लिए जो बिन्दु रिपोर्ट में गलत किए गए है उसको सही कराने के लिए किसान ने दिनांक 5 मार्च 25 को उपजिलाधिकारी को लिखित में दिया गया उसके बावजूद भी 25 मार्च 2025 को उपजिलाधिकारी ने लिखित में दिया है कि पैमाईश नहीं हो सकती वहां जबकि 4 बार टीम गठित करके भेजा गया है व पैमाईश करवाई गई है। बताते चले कि जब जमीन पैमाईश नहीं हो सकती थी तो बेगुनाह किसान अब्दुल कालम के पालेसर को अवैध बताकर लेखपाल राहुल कनौजिया ने क्यों तुड़वा दिया था।
सगठन ने प्रशासन को ज्ञापन सौपकर माँग की है कि उक्त प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए खेत को खाली करवा कर पीड़ित किसान को न्याय दिया जाये। किसान महापंचायत की अध्यक्षता सगठन के जिला अध्यक्ष मोहम्मद अब्बास ज़ैदी ने किया। बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी कमलेश यादव, राष्ट्रीय महासचिव मो सलमान, राष्ट्रीय प्रवक्ता सत्येंद्र मौर्या, प्रोग्राम के आयोजक मो आसिफ़ युवा ज़िला अध्यक्ष, मो साजिद, मो आकिल आदि किसान मौजूद रहे।