अवधनामा संवाददाता
कूड़े के जगह-जगह लगे है अम्बार
सहारनपुर। स्मार्ट सिटी में स्वच्छता अभियान के लाख प्रयास के बावजूद भी मण्डी समिति परिसर में सफाई के नाम पर महज औपचारिकताएं निभायी जा रही है, जिसके चलते मण्डी समिति परिसर स्वच्छता अभियान से पूरी तरह अनभिज्ञ लगता है और मण्डी समिति परिसर में प्रतिदिन आने वाले हजारों दुकानदार एवं किसान व फुटकर खरीदार को गंदगी के बीच में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। इस संबंध में मण्डी समिति सचिव भी पूरी तरह बेखबर से लग रहे है।
वर्तमान समय में मण्डी समिति मंे चारो ओर न केवल गंदगी की भरमार है, बल्कि बगैर बरसात के ही मण्डी परिसर के कई स्थानों पर गंदे पानी का बेतहाशा जलभराव भी देखा जा सकता है। कृषि उत्पादन मण्डी समिति में प्रतिदिन हजारों की संख्या में दुकानदार एवं किसान व फुटकर खरीदार आते है। लेकिन जिस प्रकार से कृषि उत्पादन मण्डी समिति परिसर में गंदगी का साम्राज्य कायम है, उसे देखकर नहीं लगता कि कृषि उत्पादन मण्डी समिति के मौजूदा सचिव मण्डी परिसर की सफाई व्यवस्था को लेकर गंभीर है। सूत्रों के अनुसार मण्डी समिति परिसर की सफाई व्यवस्था का ठेका लाखों रूपये में छोड़ा जाता है। चर्चा है कि ठेकेदार मण्डी परिसर की सफाई के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति ही करता है। ठेकेदार द्वारा मण्डी परिसर की सफाई व्यवस्था में लगाये गये कर्मचारी सफाई करने के नाम पर आम के आम गुठलियों के दाम भी कमा रहे है। क्योंकि मण्डी समिति परिसर में सफाई करते समय शाकभाजी एवं फलांे के जो अवशेष निकलते है, उनको ठेकेदार महानगर के आसपास तथा महानगर के विभिन्न मौहल्लों में गाय, भैंस पालने वाले पशु पालकों को बेच देते है। मण्डी परिसर की न केवल सफाई व्यवस्था चरमरा गयी है, बल्कि सड़कों के किनारे फिर से अस्थायी दुकानदारों का जमावड़ा लग गया है।