मोहर्रम पर दिया गया बयान डीजीपी का नही बल्कि अबुबक्र बग़दादी का लगता है: मौलाना कल्बे जवाद नकवी
आलम रिज़वी
लखनऊ। पुलिस प्रशासन के अभद्र भाषा वाले मोहर्रम सर्कुलर के विरोध मे मौलाना कल्बे जवाद ने पूरे प्रदेश की मोहर्रम कमेटियों को पुलिस की किसी भी मीटिंग मे शामिल ना होने का आदेश दिया। मौलाना कल्बे जवाद ने कहा मोहर्रम पर जो बयान डीजीपी ने दिया है ये बयान डीजीपी का नही बल्कि अबुबक्र बग़दादी का लगता है। मौलाना कल्बे जवाद ने कहा डी जी पी के बयान से बहुत बड़ा भ्रम पैदा हो जायेगा। इससे मोहर्रम के प्रोग्राम ख़राब होंगे। और इससे पूरे यूपी में शिया सुन्नी तनाव पैदा हो गया है। मौलाना कल्बे जवाद ने कहा इस मामले मे डीजीपी अपना बयान वापस लें तभी कोई बात संभव है।
कल्बे सिब्तैन नूरी ने क्या कहा?
वहीं कल्बे सिब्तैन नूरी ने कहा मोहर्रम के संबंध में पुलिस प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन से शिया समुदाय के धार्मिक जज़्बात को ठेस पहुंची है और मोहर्रम व शिया समुदाय पर सीधे तौर पर बेबुनियाद इल्ज़ाम लगाए गये हैं ख़ास कर पैरा नंबर 2 और उसके बाद के पैरा , इस गाइडलाइन के ड्राफ्ट को तुरंत बदला जाये वर्ना शिया उलमा से गुज़ारिश है कि मिल बैठ कर कोई फ़ैसला लें, हम शांतिप्रिय समुदाय हैं लेकिन इस तरह का ड्राफ्ट बर्दाश्त नहीं है, अभी मोहर्रम शुरू भी नहीं हुआ और हमारे जज़्बात से छेड़खानी शुरू , सरकार जाँच करे कि इस तरह का ड्राफ्ट किसने बनाया है।
मौलाना सैफ़ अब्बास ने नाराजगी का किया इजहार
मोहर्रम के मद्देनजर डी जी पी ऑफिस की तरफ से जारी किए गए दिशानिर्देश पर मौलाना सैफ़ अब्बास ने नाराजगी का इजहार किया। शिया समुदाय के धार्मिक जज़्बात को ठेस पोहचाई गई है और शिया समुदाय के ऊपर गलत इल्जाम लगाए गए हैं – मौलाना सैफ़ अब्बासडी जी पी साहब को तुरंत इस पत्र को वापस लेना चाहिए और संबंधित लोगों के खिलाफ करवाई करना चाहिए जो धार्मिक जज़्बात को भड़का कर प्रदेश की फिजा खराब कर रहे हैं।इस मामले में मौलाना ने प्रदेश के सभी उलेमा और तंजीमो से अपील की है कि आपके शहर में अगर जिला इंतजामिया की तरफ से कोई मीटिंग बुलाई जाती है तो आप उसका बहिष्कार करें जबतक ये पत्र वापस ना हो।