अवधनामा ब्यूरो
नई दिल्ली. पंजाब में हुए नगर निगम चुनाव पर किसान आन्दोलन का पूरा असर देखने को मिला है. इस चुनाव में सबसे ज्यादा फायदा कांग्रेस को हुआ है. बीजेपी का पूरी तरह से सफाया हो गया है. बीजेपी के साथ ही आम आदमी पार्टी और शिरोमणि आकाली दल को बड़ा नुक्सान हुआ है.
पंजाब के नगर निगम चुनाव पर किसान आन्दोलन का कितना असर था उसे देखना हो तो बीजेपी सांसद सनी देओल के लोकसभा क्षेत्र गुरदासपुर की सभी 29 सीटों पर कांग्रेस का कब्ज़ा हो गया है.
पंजाब के नगर निगम चुनाव में बीजेपी उम्मीदवारों को कृषि कानूनों को लेकर सरकार की हठधर्मिता का खामियाजा भुगतना पड़ा. पंजाब में बीजेपी और अकाली दल का रिश्ता टूट जाने का नुक्सान तो हुआ ही साथ ही सबसे बड़ी बात यह रही कि बीजेपी तो आधी सीटों के लिए अपने उम्मीदवार तक तय नहीं कर पाई. जहाँ उम्मीदवार तय भी हो गए वहां बीजेपी को किसानों ने जनसभाएं नहीं करने दीं.
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इस चुनाव में सबसे ज्यादा फायदा कांग्रेस को हुआ क्योंकि कांग्रेस किसानों को यह विश्वास दिलाने में कामयाब हो गई कि साल 2013 में कांट्रैक्ट फार्मिंग का बिल बीजेपी और अकाली दल मिलकर लाये थे. इस बिल में किसानों को जेल भेजने का प्राविधान था. कांग्रेस ने वादा किया कि अगले बजट सत्र में कांग्रेस ने रद्द करने का वादा किया.