शनिवार को इसौली विधानसभा क्षेत्र के कुड़वार कस्बे में सनातन धर्म की अलख जगाने के लिए वरिष्ठ समाजसेविका व भाजपा नेत्री मनीषा जी ने एक अनोखी पहल की है। मनीषा जी अब गांव-गांव जाकर सुंदर कांड का पाठ करा रही हैं, जिससे लोग धार्मिकता की ओर प्रेरित हों और अपने जीवन में भक्ति का भाव विकसित करें।
शनिवार को इसौली विधानसभा क्षेत्र के कुड़वार कस्बे के बैंक आफ बड़ौदा के पास मनीषा पांडेय के संयोजन में सुंदर काण्ड पाठ का आयोजन किया गया। जिसमें कस्बा क्षेत्र के कई लोगों ने एक साथ सुंदरकांड का पाठ किया। भगवान श्रीराम तथा महाबली हनुमान जी की आरती के उपरांत महाप्रसाद नुक्ती वितरित किया गया। इस दौरान भाजपा नेत्री मनीषा पांडेय ने कहा कि सुंदर कांड का पाठ सिर्फ धार्मिक कार्य ही नहीं,बल्कि यह लोगों के भीतर अच्छे संस्कार और जीवन की सही दिशा को भी जागरूक करता है।
वरिष्ठ पत्रकार व गौरक्षा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी सर्वेश सिंह ने कहा कि मनीषा जी एक सनातनी बहादुर साहसी महिला हैं। उनके द्वारा सभी सनातनियों को जोड़ने का सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि सुंदर कांड का पाठ न केवल मानसिक शांति प्रदान करता है, बल्कि यह हमें जीवन के संघर्षों से पार पाने की शक्ति भी देता है। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य गांवों में रहने वाले लोगों को सनातन धर्म से जोड़ना और उन्हें धार्मिक कार्यों में भागीदार बनाना है। पत्रकार व राष्ट्रीय गौरक्षा वाहिनी के कुड़वार ब्लाक प्रभारी गया बख्श दूबे ने कहा कि मनीषा जी का यह कदम समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है।कई गांवों में लोगों ने उनके इस प्रयास को सराहा और सुंदर कांड के पाठ में भाग लिया,जिससे धर्म और भक्ति के प्रति
जागरूकता बढ़ी है। इस दौरान श्रीनारायण पांडेय(पूर्व शिक्षक), विजय अग्रहरि,नौशाद पूर्व प्रधान, सुधाकर पांडेय (शास्त्री),महावीर श्रीवास्तव, जगदीश मिश्रा,पवन कुमार पाठक,उदय भान दूबे, प्रेम प्रकाश मिश्रा, प्रमोद तिवारी,सौरभ पाठक,चंदन पांडेय,राजधर शुक्ला, मनी शुक्ला,अरुण तिवारी, अवधेश शर्मा (मंडल अध्यक्ष बीजेपी), डॉ टी के तिवारी, अखिलेश मिश्रा,उत्कर्ष पांडेय,ओंकारनाथ मिश्रा,शिव कुमार शर्मा,कल्लू पाठक, संतोष ओझा,देवी सहाय दूबे, अवधेश पाठक, वरुण मिश्रा (एड्वोकेट), मनोज तिवारी, सिद्धार्थ विक्रम सिंह,राम सेवक मिश्रा अहौरवा प्रसाद शुक्ल,चुट्टुर अग्रहरि (बीडीसी), सरेंद्र जायसवाल समेत भारी संख्या में सनातनी महिलाएं सुंदरकांड के पाठ तथा होली मिलन में मौजूद रहे।