अवधनामा संवाददाता
स्वास्थ्य कर्मी मेले में मौजूद न रहकर ओपीडी के कमरे में रहे मौजूद
मेले के स्टॉल और चिकित्सकों की कुर्सियां रही खाली
बीकापुर – अयोध्या। मुख्यमंत्री और शासन की प्राथमिकता में शामिल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर रविवार को लगने वाला आयुष्मान भव मेला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीकापुर में मजाक बनकर रह गया है। प्रसार प्रसार ना होने से अधिकांश लोगों को इसकी जानकारी भी नहीं हो पा रही है। रविवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीकापुर में आयुष्मान भव मेले का आयोजन किया गया। लेकिन मिला पूरी तरह सूना सूना दिखाई पड़ा। गिनती के इक्का-दुक्का मरीज ही मेले पर पहुंचे स्वास्थ्य कर्मियों का अधिकांश स्टॉल खाली रहा। सुबह 10 बजे से आयोजित किए गए आयुष्मान स्वास्थ्य मेले में मेडिकल कॉलेज दर्शन नगर की चिकित्सक अजय वर्मा और महिला चिकित्सक डॉक्टर दीप्ति गौतम मौजूद रही। दोपहर 1 बजे तक सर्दी, जुकाम, बुखार, शरीर दर्द आंख की बीमारी से संबंधित करीब 17 मरीज ने पहुंचकर रजिस्ट्रेशन कराया और दवा उपचार कराया। कुछ स्वास्थ्य कर्मी मेले में मौजूद न रहकर ओपीडी के कमरे में मौजूद रहे। लेकिन 2 बजे के बाद मेले के स्टॉल और चिकित्सकों की कुर्सियां खाली हो गई। सिर्फ इमरजेंसी सेवा में चिकित्सक धर्मेंद्र कुमार और फार्मासिस्ट मौजूद रहे। मेले के स्टॉल पर कोई मौजूद नहीं रहा। इसी दौरान मौके पर पहुंचे कुछ मीडिया कर्मियों द्वारा मेले में स्टाल खाली तथा स्वास्थ्य कर्मियों और चिकित्सक को नदारद देखकर फोन से मुख्य चिकित्सा अधिकारी से शिकायत की गई और स्वास्थ्य मेले की टाइमिंग पूछी गई। मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा मेले की समय अवधि शाम शाम 4 बजे तक बताया गया। पत्रकारों की शिकायत पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा अधीक्षक अवधेश कुमार सिंह को फोन किया गया और मेले में किसी स्वस्थ कर्मी के मौजूद न रहने की बात बताई गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी का फोन आने के बाद अस्पताल में स्थित अपने आवास पर आराम फरमा रहे अधीक्षक गुस्से में बाहर निकले तथा शिकायत से नाराज तानाशाही दिखाते हुए वहां परिसर में मौजूद पत्रकारों के साथ गरमा गरम बहस शुरू कर दिया। तथा पत्रकारों को अस्पताल से चले जाने को कहा। और खुद जाकर मेले में बैठ गए। इस संबंध में पत्रकारों द्वारा तत्काल अधीक्षक के कार्य शैली की शिकायत मुख्य चिकित्सा अधिकारी से की गई। मुख्य अधिकारी संजय जैन ने बताया कि आयुष्मान भव मेले के प्रति लापरवाही किया जाना काफी गलत है सुबह 10:00 बजे से शाम 4 बजे तक है मेले का समय है। मेले के समय में चिकित्सा और स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति अनिवार्य है। लापरवाही के संबंध में स्पष्ट के कारण मांगा जाएगा।