वकार रिज़वी
अभी तक सुनते थे कि जीवन में जितने भी पाप किए हों जितने भी भ्रष्टाचार किए हों, कितने ही मुकदमे हों आप भाजपा में जाइये गंगा नहाइये, पाप मुक्त हो जाइये भ्रष्टाचारमुक्त हो जाइये, सभी मुकदमें ख़त्म, जो पुलिस आपके पीछे थी अब वह ही आपकी सुरक्षा में लग जाएगी।
शायद इसी को परखने के लिए शरद पवार के भतीजे अजीत पवार कुछ घंटो के लिए भाजपा में गए उनके जाने पर सरकार में जो पहला काम हुआ वह भाजपा सरकार के पिछले 5 साल में जितने भी मुकदमे अजीत पवार पर दर्ज हुए थे वह यकायक कुछ घंटो में ही ख़त्म हो गए जो अजीत पवार भ्रष्टाचारी थे वह सत्य के पुजारी हरिश्चन्द्र हो गए। जब अजीत पवार पूरी तरह से पवित्र हो गए दोषमुक्त हो गए सारे मुकदमे हट गए बिल्कुल पैदा हुए बच्चे की तरह फिर से मासूम हो गए तो अपने घर वापस आ गए, जो भाजपा पिछले 5 साल से उन्हें भ्रष्टïाचारी कह रही थी अब उनपर उंगली भी उठा नहीं पा रही है, अजीत पवार भाजपा में चंद घंटे ही सही जितनी देर रहे उपमुख्मंत्री रहे और आज भी उपमुख्यमंत्री ही हैं।
वाह शरद बाबू वाह कुछ घंटे में ही अपने भतीजे को भाजपा में भेज कर ना भतीजे पर से सब मुकदमे हटवा दिए बल्कि अपनी पार्टी को भी पाक साफ़ कर लिया। इसे कहते हैं दूरदर्शिता।